Home Authors Posts by admin

admin

7537 POSTS 0 COMMENTS

Adani-Hindenburg Row: सुप्रीम कोर्ट ने बनाई एक्सपर्ट कमेटी, SEBI को दो महीने में जांच रिपोर्ट सौंपने के आदेश

अदाणी समूह और हिंडनबर्ग रिपोर्ट से जुड़े मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने विशेषज्ञ समिति का गठन कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने निवेशकों की सुरक्षा के लिए नियामक तंत्र से संबंधित मुद्दे से निपटने के लिए शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति एएम सप्रे की अध्यक्षता में छह सदस्यीय समिति का गठन किया है। कोर्ट ने निवेशकों की सुरक्षा के लिए नियामक तंत्र से संबंधित समिति के गठन पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट से संबंधित याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान यह फैसला सुनाया।

सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को भी जांच करने का निर्देश दिया कि क्या सेबी के नियमों की धारा 19 का उल्लंघन हुआ है? क्या स्टॉक की कीमतों में कोई हेरफेर हुआ है? सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को 2 महीने के भीतर जांच करने और स्थिति रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया। सुप्रीम कोर्ट ने समिति को दो महीने में सीलबंद लिफाफे में अपनी रिपोर्ट न्यायालय को सौंपने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि समिति का अधिकार ढांचे को मजबूत करने के उपाय सुझाना, अदाणी विवाद की जांच करना और वैधानिक ढांचे को मजबूत करने के उपाय सुझाना होगा। SC ने SEBI को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि समिति को सभी जानकारी उपलब्ध करायी जाए।

इससे पहले सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस जेबी पारदीवाला की पीठ ने 17 फरवरी को इस मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया था। पीठ ने केंद्र की तरफ से विशेषज्ञों के नाम वाले सुझाव सीलबंद लिफाफे में लेने से इनकार कर दिया था। पीठ का तर्क था कि वह निवेशकों की सुरक्षा के लिए पारदर्शिता सुनिश्चित करना चाहती है।

गौतम अदाणी ने कोर्ट के फैसले का किया स्वागत 
अदाणी समूह ने उच्चतम न्यायालय के आदेश का स्वागत किया है। समूह ने कहा है कि यह समयबद्ध तरीके से इस मामले को अंतिम रूप देगा। सुप्रीम कोर्ट ने विशेषज्ञ समिति गठित करते हुए सेबी को निर्देश दिया है कि इस बात की जांच की जाए कि सेबी के नियमों का उल्लंघन और स्टॉक की कीमतों में हेरफेर हुआ है या नहीं। इसके बाद अदाणी समूह के मुखिया गौतम अदाणी ने ट्वीट कर कहा, “सच्चाई की जीत होगी।”

हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह के शेयरों में आई बड़ी गिरावट 
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में 17 फरवरी को अदाणी-हिंडनबर्ग मामले में सुनवाई के दौरान सेबी की ओर पेश हुए सॉलिसीटर जनरल ने कमेटी के सदस्यों के नाम और उसके अधिकार पर जजों को सुझाव सौंपे थे। सॉलिसीटर जनरल ने कहा था कि हम चाहते हैं कि इस मामले में सच बाहर आए पर बाजार पर इसका असर न पड़े। किसी पूर्व जज को निगरानी का जिम्मा सौंपने पर कोर्ट को फैसला लेना चाहिए। इस पर सीजेआई ने कहा था कि आपने जो नाम सौंपे हैं, वह दूसरे पक्ष को न दिए गए तो ये पारदर्शिता नहीं होगी। हम इस मामले में पूरी पारदर्शिता चाहते हैं इसलिए हम अपनी तरफ से कमेटी बनाएंगे।

बता दें कि अमेरिकी शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की ओर से बीते 24 जनवरी को अदाणी समूह से संबंधित एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी। इस रिपोर्ट में अदाणी समूह के संबंध में शेयरों की कीमत गलत तरीके से बढ़ाने और वित्तीय गड़बड़ियों के दावे किए गए थे। हालांकि अपने ऊपर लगे आरोपों को अदाणी समूह ने खारिज कर दिया था। उसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुचा था।

चुनाव रिजल्ट Live: BJP को नागालैंड और त्रिपुरा में बहुमत, 7 बजे कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे PM

मेघालय में सबसे बड़ी पार्टी बनी एनपीपी

मेघालय में किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। 60 सीटों के लिए हुए चुनाव में बहुमत का आंकड़ा 31 है। एनपीपी (नेशनल पीपुल्स पार्टी) सबसे बड़ी पार्टी बनी है। इसने 16 सीटों को जीत लिया है और 9 सीटों पर पार्टी को बढ़त है। तृणमूल कांग्रेस ने तीन सीट जीत लिए हैं और दो सीट पर पार्टी को बढ़त है। भाजपा को तीन सीट पर बढ़त है। हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने दो सीट जीत लिए हैं। दो निर्दलीय को जीत मिली है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने चार सीट जीत लिए हैं। पार्टी को एक सीट पर बढ़त है। पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट दो सीट पर आगे है। यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी ने नौ सीट जीते हैं और दो सीट पर उसे बढ़त है। जनता की आवाज पार्टी ने तीन सीट जीत लिए हैं और एक सीट पर पार्टी आगे है।

नागालैंड में एनडीपीपी और बीजेपी गठबंधन को मिली जीत

नागालैंड में एनडीपीपी और बीजेपी गठबंधन को जीत मिली है। गठबंधन ने 31 सीटों को जीत लिया है और 6 सीट पर आगे है। भाजपा को 11 सीटों पर जीत मिली है और एक सीट पर उसकी बढ़त है। एनडीपीपी को 20 सीटों पर जीत मिली है और 5 सीटों पर पार्टी को बढ़त है।

जदयू एक सीट पर आगे है। लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) ने एक सीट जीत लिया है और एक सीट पर आगे है। नागा पीपल्स फ्रंट ने एक सीट जीता है और एक सीट पर आगे है। नेशनल पीपुल्स पार्टी को चार सीटों पर जीत मिली है और पार्टी को एक सीट पर बढ़त है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने तीन सीट जीते हैं और चार पर उसे बढ़त है। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) ने दो सीट जीते हैं।

त्रिपुरा विधानसभा चुनाव: भाजपा को 27 सीटों पर मिली जीत

त्रिपुरा विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा को 27 सीटों पर जीत मिली है और 5 सीटों पर पार्टी के उम्मीदवार आगे हैं। सीपीआईएम ने 7 सीट जीत लिया है और 4 सीटों पर पार्टी की बढ़त है। कांग्रेस को 2 सीट पर जीत मिली है और 1 सीट पर पार्टी आगे है। इंडिजेनस पीपल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा को एक सीट पर जीत मिली है। टिपरा मोथा पार्टी ने 12 सीट जीत लिए हैं और 1 सीट पर आगे है।

माणिक साहा बोले बहुमत से बनाएंगे सरकार

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कहा, “भाजपा फिर से बहुमत से सरकार बनाएगी। अभी तक जो रिजल्ट आया है उससे पता चल रहा है कि हमलोग सरकार बना रहे हैं। मैं चुनाव में जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नेड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सभी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं। हमें और सीट आना चाहिए था, इस मामले में हम विश्लेषण करेंगे।”

शाम 7 बजे पार्टी ऑफिस पहुंचेंगे पीएम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम सात बजे दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय पहुंचेंगे। वह भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। त्रिपुरा और नागालैंड में सरकार बनती देख भाजपा कार्यकर्ता उत्साहित है। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पार्टी ऑफिस पहुंच रहे हैं और जश्न मना रहे हैं।

G-20 Summit 2023: बैठक में शामिल होने भारत पहुंचे चीन-रूस समेत कई देशों के विदेशमंत्री, दिल्ली में चल रही बैठक

नई दिल्ली. क्रोएशिया, स्पेन, इंडोनेशिया, चीन, सऊदी अरेबिया के विदेश मंत्री गुरुवार को भारत पहुंचे। यह सभी जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक में दिल्ली पहुंचे है। यह बैठक 1 से 2 मार्च तक चलेगी।

विदेश मंत्रियों के नाम?
सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान, चीन के किन गैंग, इंडोनेशिया के रेटनो मरसुदी, स्पेन के जोस मैनुअल अल्ब्रास ब्यूनो, क्रोएशिया के विदेश मंत्री गोर्डन रैडम गुरुवार को भारत पहुंचे हैं। इनके अलावा WTO के डायरेक्टर जनरल नगोजी ओकोंजो इवेला गुरुवार को दिल्ली पहुंचे हैं।

इनसे पहले बुधवार को यूएई के विदेश मामलो और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के शेख अब्दुल्लाह बिन जायद अल नहायन , इजिप्ट के विदेश मंत्री समेह शोक्रे और अमेरिका के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट एंटोनी बिलिंकन बुधवार को भारत पहुंचे हैं।

इसके पहले बुधवार को कनाडा, अर्जेंटीना, नीदरलैंड, सिंगापुर और बांग्लादेश के विदेश मंत्री दिल्ली बैठक में पहुंचे थे।

यह बैठक राष्ट्रपति भवन के कल्चरल सेंटर में होना है। इसमें 40 लोग अन्य देशों से पहुंचे हैं। इससे पहले बेंगलौर में भी पहले मंत्री स्तर की बैठक हो चुकी है।

G-20 Summit 2023: दिल्ली में चल रही बैठक में रूस-अमेरिका पर दुनिया की नजर, आखिर क्यों?

जी-20 समिट को लेकर भारत पहुंचे कई देशों के विदेशमंत्रियों की बैठक में अमेरिका और रूस पर सबकी नजर है। देर रात भारत पहुंचे यूएस के एंटोनी बिलिंकिन लेट होने के चलते जयशंकर प्रसाद की तरफ से दिए डिनर में शामिल नहीं हो सके। आज पूरे दिनभर बैठक चलना है। ऐसे में यूक्रेन और रूस वॉर पर वॉशिंगटन और मॉस्को सख्त रूख अपना सकते है।

युद्ध से दुनिया पर असर को लेकर होगी चर्चा

फॉरेन सेक्रेटरी ने कहा कि विदेश मंत्रियों की बैठक में यूक्रेन-रूस के बीच चल रहे विवाद पर विचार विमर्श किया जाएगा। युद्ध को लेकर मुख्य बिंदुओं पर अपने-अपने पक्ष रखे जाएंगे।

इसके अलावा युद्ध से पड़ रहे असर पर भी चर्चा की जाएगी। इसमें फूड, एनर्जी और फर्टिलाइजर सिक्योरिटी जैसे मुद्दों पर बात होगी। इसके अलावा दुनिया में चल रहे अन्य विवाद और समस्याओं की चर्चा इस बैठक का मुख्य उद्देश्य है।

G20 के बाद इस बैठक में शामिल होंगे रूस के विदेशमंत्री 

भारत में हो रही जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक को लेकर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव मंगलवार को भारत पहुंच चुके हैं। वह रायसीना डायलॉग 2023 में भी शामिल होंगे।

गैर लोकतांत्रिक दुनिया की कल्पना नहीं कर सकते..कैम्ब्रिज में राहुल गांधी ने दिया लेक्चर; जानें और क्या कहा?

लंदन. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में स्पीच दी। इस दौरान उन्होंने सभी कैम्ब्रिज स्कॉलर्स के सामने अपनी बात रखी।

उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका जैसे लोकतांत्रिक देशों में मैन्युफैक्चरिंग शिफ्टिंग चीन में होने से एक गुस्से का माहौल है। इस पर तुरंत ध्यान देने और संवाद करने की जरुरत है।

राहुल गांधी ने यह बात यूनिवर्सिटी के जज बिजनेस स्कूल डिपार्टमेंट में कही। इस भाषण का विषय था- कैसे 21वीं सेंचुरी में सुनना सीखें। राहुल गांधी ने अपने भाषण में आर्ट ऑफ लिसनिंग यानी सुनने की कला पर फोकस रखा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि नए तरह की सोच को प्रमोट करना एक लोकतांत्रिक माहौल तैयार करना है। सुनने की कला एक बेहद शक्तिशाली तरीका है।

राहुल ने और क्या कहा?

उन्होंने कहा कि हम अब ऐसा ग्रह का खर्च नहीं उठा सकते जो एक लोकतांत्रिक व्यवस्था तैयार न कर सके। इसके अलावा राहुल ने कहा कि हम नए तरीके से सोचने पर विचार करना होगा। हमें लोकतांत्रिक माहौल तैयार करने पर ध्यान देने की जरुरत है।

भारत जोड़ो यात्रा का भी जिक्र

राहुल ने अपने भाषण में भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र भी किया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने 4 हजार km की यात्रा की। इस दौरान उन्होंने 12 राज्य का दौरा किया। यह यात्रा सितंबर 2022 से शुरु होकर जनवरी 2023 तक चली। उनका मकसद देश में बढ़ते पक्षपात, बेरोजगारी और असमानता पर ध्यान दिलाना था। उन्होंने एमबीए स्टूडेंट से कहा कि यात्रा एक जर्नी या तीर्थ यात्रा है। यह हमें खुद को कम और दूसरों को सुनना सिखाती है।

इनसे भी करेंगे मुलाकात

राहुल गांधी एक हफ्ते यूके की यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे।साथ ही भारतीय प्रवासी सम्मेलन को भी राहुल गांधी लंदन में संबोधित करेंगे।

Tripura Assembly Election: कौन हैं टिपरा मोथा पार्टी के प्रद्योत माणिक्य जिन्होंने BJP की सांसें अटकाईं

पूर्वोत्तर के तीन राज्यों त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय के चुनाव नतीजे कुछ ही देर में साफ हो जाएंगे। त्रिपुरा में इस बार कांग्रेस और लेफ्ट के गठबंधन के अलावा एक नई पार्टी ने सभी को चौंका दिया है। इस पार्टी का नाम टिपरा मोथा (TMP) है, जो कि त्रिपुरा के शाही परिवार से आने वाले प्रद्योत किशोर माणिक्य देब बर्मा की पार्टी है। बता दें कि टिपरा मोथा पार्टी त्रिपुरा के आदिवासी इलाकों में बेहद मजबूत है। यही वजह है कि कांग्रेस और लेफ्ट के गठबंधन के बावजूद यह मुख्य पार्टियों को कड़ी टक्कर दे रही है।

कौन हैं प्रद्योत किशोर माणिक्य देब बर्मा?

त्रिपुरा राजघराने से ताल्लुक रखने वाले प्रद्योत किशोर माणिक्य देब बर्मा ने टिपरा मोथा पार्टी बनाई है। यह पार्टी 2023 के विधानसभा चुनाव में 42 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। 4 जुलाई, 1978 को त्रिपुरा के शाही परिवार में पैदा हुए प्रद्योत किशोर पार्टी के अध्यक्ष हैं। उनके पिता का नाम किरीट बिक्रम किशोर देब बर्मा और माता का बिभू कुमारी देवी है। बता दें कि प्रद्योत किशोर उसी शाही परिवार से आते हैं, जिन्होंने त्रिपुरा का विलय भारत में कराया था।

TMP ने नए राज्य ‘टिपरालैंड’ को बनाया सबसे बड़ा मुद्दा : 

टिपरा मोथा पार्टी (TMP) के प्रद्योत किशोर ने त्रिपुरा में एक नए राज्य ग्रेटर ‘टिपरालैंड’ की मांग उठाई है। उनका मुख्य चुनावी मुद्दा भी यही था। बता दें कि 5 फरवरी, 2021 को प्रद्योत माणिक्य के पिता किरीट बिक्रम ने TIPRA नामक सामाजिक संगठन को राजनीतिक दल में बदलने की घोषणा की थी। किरीट बिक्रम खुद राजनीति में रह चुके हैं। वे 3 बार कांग्रेस से सांसद रहे। वहीं उनकी पत्नी बिभू कुमारी देवी 2 बार कांग्रेस विधायक और त्रिपुरा सरकार में मंत्री रह चुकी हैं।

आदिवासियों के बीच पॉपुलर है TMP :
ग्रेटर टिपरालैंड की मांग ने टिपरा मोथा पार्टी को आदिवासी लोगों में बेहद पॉपुलर बना दिया है। बता दें कि त्रिपुरा की करीब 40 लाख से ज्यादा की आबादी में आदिवासी जनता की हिस्सेदारी एक तिहाई है। पार्टी के प्रमुख प्रद्योत किशोर भले ही चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि हमारी पार्टी राजनीतिक व्यवस्था बदलने के लिए पारदर्शिता में भरोसा रखती है।

 

चुनाव रिजल्ट लाइव: रुझानों में BJP को नागालैंड और त्रिपुरा में बहुमत, मेघालय में NPP आगे

रुझानों में BJP को नागालैंड और त्रिपुरा में बहुमत

त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय में हुए विधानसभा चुनाव के लिए डाले गए वोटों की गितनी चल रही है। मतगणना के साढ़े चार घंटे बाद बीजेपी नागालैंड और त्रिपुरा में रुझानों के अनुसार बहुमत मिलती दिख रही है। वहीं, मेघालय में एनपीपी आगे है। त्रिपुरा में बीजेपी 33, सीपीआईएम 11, कांग्रेस 4, टीएमपी (Tipra Motha Party) 11 और अन्य 1 सीट पर आगे है।

नागालैंड में एनडीपीपी बीजेपी गठबंधन को 40 सीटों पर बढ़त है। बीजेपी को दो सीट पर जीत मिली है। 12 सीटों पर पार्टी को बढ़त है। एनडीपीपी को एक सीट पर जीत मिली है और 25 सीटों पर पार्टी को बढ़त मिली हुई है। जदयू 1, लोजपा (राम विलास) 3, एनपीएफ 3, एनपीपी 3 और एनसीपी 4 सीटों पर आगे है। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) को दो सीटों पर जीत मिली है।

मेघालय में एनपीपी (National People’s Party) सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आ रही है। एनपीपी को दो सीटों पर जीत मिली है और 21 सीटों पर इसे बढ़त है। टीएमसी को 5, भाजपा को 4, हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी को 2, कांग्रेस को 4, पीडीएफ को 2, यूडीपी को 10 और वॉइस ऑफ द पीपल पार्टी को 4 और निर्दलीय को 3 सीटों पर बढ़त है।

नागालैंड चुनाव 2023: मजबूत हो रही BJP

नागालैंड में बीजेपी मजबूत होती दिख रही है। पार्टी को दो सीटों पर जीत मिली है और 10 सीटों पर इसे बढ़त हासिल है। NDPP को 1 सीट पर जीत मिली है और 22 सीटों पर बढ़त है। NDPP और बीजेपी मिलकर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस 2, जदयू 2, लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) 2, एनपीएफ 2, एनपीपी 4, एनसीपी 5 और अन्य 5 सीटों पर आगे हैं।

त्रिपुरा में बनती दिख रही BJP की सरकार

मतगणना शुरू होने के चार घंटे बाद त्रिपुरा में बीजेपी की सरकार बनती दिख रही है। भाजपा को 32 सीटों पर बढ़त है। बहुमत का आंकड़ा 31 है। सीपीआई (एम) को 11, TMP (Tipra Motha Party) को 11, कांग्रेस को चार, निर्दलीय को एक और IPFT को एक सीट पर बढ़त है।

नागालैंड चुनाव 2023: उपमुख्यमंत्री बोले-मिलने जा रहा प्रचंड बहुमत

नागालैंड के उपमुख्यमंत्री यानथुंगो पैटन ने कहा कि अभी तक हमारा गठबंधन (एनडीपीपी और बीजेपी) काफी आगे है। हमें अपने सीएम नेफ्यू रियो के नेतृत्व में सरकार बनाने के लिए प्रचंड बहुमत मिलने जा रहा है। इस बार हम पिछले चुनाव परिणामों की तुलना में सीटों में वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं।

मेघालय चुनाव 2023: सीएम कोनराड संगमा के घर पर जश्न की तैयारी

मेघालय चुनाव 2023 के लिए डाले गए वोटों की गिनती चल रही है। सीएम कोनराड संगमा की पार्टी एनपीपी (नेशनल पीपुल्स पार्टी) 24 सीटों पर आगे है। एक सीट पर एनपीपी को जीत मिली है। वहीं, बीजेपी 5, टीएमसी 5, कांग्रेस 5 और अन्य 17 सीटों पर आगे हैं। चुनाव में जीत मिलती देख सीएम कोनराड संगमा के तुरा स्थित घर पर जश्न की तैयारी चल रही है।

Bihar: मोहन भागवत को नक्सली संगठन और ISI की धमकी, संघ प्रमुख के भागलपुर आगमन को लेकर सुरक्षा एजेंसिया अलर्ट

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत दस फरवरी को भागलपुर आने वाले हैं। इसी बीच मोहन भागवत को लेकर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ, चरमपंथी और नक्सली संगठनों ने धमकी दी है। जिसके बाद केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी अलर्ट हो गई है।

भागलपुर पुलिस-प्रशासन संघ प्रमुख के आगमन को लेकर पहले से ही सतर्क है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसएसपी आनंद कुमार और एसडीओ सदर धनंजय कुमार स्थल महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के कुप्पा घाट आश्रम के संचालन मंडल अखिल भारतीय संतमत महासभा के पदाधिकारियों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। संघ प्रमुख के आश्रम आने और उनके कार्यक्रम से जुड़े पहलुओं पर पुलिस पदाधिकारी और आश्रम के पदाधिकारियों ने बातचीत की है।

मोहन भागवत के आगमन और आतंकी खतरे की संभावना को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े अधिकारियों की टीम बीते तीन दिनों से शहर में दौरा कर सुरक्षा-व्यवस्था और आसपास की गतिविधियों पर नजर रख रही है। नेपाल सीमा से नजदीक होने के कारण सुरक्षा एजेंसियां सीमांचल के अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार के अलावा नवगछिया, भागलपुर, बांका में होने वाली गतिविधियों पर भी नजर रख रही हैं।

भागलपुर में चप्पे-चप्पे पर रहेगी पुलिस की तैनाती

एसएसपी आनंद कुमार ने पुलिस टीम के साथ बरारी थानाक्षेत्र के मायागंज स्थित महर्षि मेंहीं परमहंसजी महाराज के कुप्पा घाट आश्रम में होने वाले आगमन को लेकर परिसर का मुआयना किया। उन्होंने सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर पुलिस पदाधिकारियों से मंत्रणा भी की है।

मोहन भागवत के दस फरवरी को लगभग चार घंटे के भागलपुर प्रवास के दौरान उनके आवाजाही वाले मार्ग और आसपास के इलाके के अलावा गंगा नदी क्षेत्र में पुलिस की गश्त रहेगी। एसडीएम धनंजय कुमार लगातार आश्रम के संपर्क में हैं।

मेंहीं आश्रम केंद्रीय सुरक्षा के घेरे में

महर्षि मेंही आश्रम कुप्पाघाट में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत गुरुनिवास का अनावरण करेंगे। उनके आने को लेकर आश्रम केंद्रीय सुरक्षा के घेरे में है। चारों ओर से अंदर में केंद्रीय सुरक्षा बल की जवान तैनात हैं। वहीं, स्थानीय प्रशासन ने भी एक हजार जवानों के साथ सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की है।

गंगा की ओर से पानी में भी वोट के माध्यम से सुरक्षा की चलंत व्यवस्था की गई है। इसमें एसडीआरएफ की टीम भी शामिल रहेगी। गेट पर ही संपूर्ण जांच के बाद ही आश्रम में प्रवेश मिलेगा। पुलिस के अलावा स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने भी सुरक्षा की कमान संभाल रखी है।

पास के जरिए ही हो सकेगी आश्रम में एंट्री

आश्रम में रहने वाले साधु-संत और कार्यकर्ताओं से भी केंद्र से आइ सुरक्षा फोर्स पूछताछ कर तहकीकात कर रही है। टेंट, पानी आदि में काम करने वाले लगे लोगों को आश्रम की ओर से पहचान पत्र जारी करने का निर्देश दिया गया है। उधर, पत्रकार से लेकर आने-जाने वाले सभी लोगों को पास दिया जाएगा। अधिकृत लोग ही प्रवेश हो सकेंगे।

कार्यक्रम के संयोयक पंकज बाबा ने कहा कि सतसंगियों के लिए सत्संग प्रशाल में आकर बैठने की इजाजत होगी। सत्संग प्रशाल के बाद प्रवेश वर्जित होगा।

बाबा रामदेव का प्रोग्राम अब तक कंफर्म नहीं

दूसरी, ओर महासभा के महामंत्री दिव्यप्रकाश ने बताया कि बुधवार की देर रात तक बाबा रामदेव का प्रोग्राम कंफर्म नहीं हो सका है। उन्होंने कहा कि ऐसा भव्य कार्यक्रम अब तक यहां नहीं हुआ है। आरएसएस प्रमुख के आने से देश भक्ति, सनातन धर्म और अध्यात्म का दुर्लभ संयोग लगने वाला है। तैयारी अंतिम चरण में है।

Joshimath Crisis: जोशीमठ को लेकर मुख्यमंत्री धामी ने बुलाई आपातकालीन बैठक, सचिवालय पहुंचे वरिष्ठ अधिकारी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ को लेकर सचिवालय में आपातकालीन बैठक बुलाई। सीेएम का फरमान मिलते ही आपदा प्रबंधन विभाग और वरिष्ठ अधिकारी बैठक में पहुंच गए हैं।

जोशीमठ नगर में भू-धंसाव से दरारें आने का सिलसिला फिर शुरू होने लगा है। दो दिन पहले यहां सिंहधार वार्ड के कुछ मकानों में हल्की दरारें आईं जबकि कुछ पुरानी दरारें बढ़ गईं जिससे क्रैकोमीटर भी चटक गए। वहीं अब मनोहर बाग वार्ड के खेतों में पुरानी दरारें बढ़ने लग गई हैं जिसने लोगों को चिंता में डाल दिया है।

 

 

Haridwar Lok Sabha Seat: कांग्रेस में अभी से छिड़ गई रार, हरक सिंह की दावेदारी से हरीश रावत ने दिखाए तेवर

हरिद्वार लोकसभा सीट को लेकर कांग्रेस में अभी से रार छिड़ गई है। इस सीट पर हरक सिंह रावत की दावेदारी पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि 2016 की बगावत की बात राज्य के लोग भूले नहीं हैं। हरिद्वार लोकसभा सीट से सांसद रहे हरीश रावत पिछला चुनाव यहीं से लड़ना चाहते थे। लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें नैनीताल से चुनाव लड़ाया, जहां से वह हार गए।

2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में हरीश रावत की निगाहें हरिद्वार लोकसभा सीट पर लगी हैं। ऐसे में पिछले दिनों जब पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत ने हरिद्वार सीट से चुनाव लड़ने का शिगूफा छोड़ा तो कांग्रेस की सियासत में हलचल मच गई।

बुधवार को एक नाटकीय घटनाक्रम में हरीश रावत पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह से मिलने पहुंचे।प्रीतम के घर से बाहर निकलते ही उन्होंने मीडिया को 2016 की बगावत को लेकर बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का कार्यकर्ता दुखी है। हम कैसे उसे समझाएं। 2016 एक कटुतम अध्याय है। एक कपटपूर्ण रचना के जरिये लोकतंत्र के साथ महापाप हुआ।
10 साल से कार्यकर्ता सत्ता से बाहर

सरकार गिराई गई और प्रमुख सूत्रधार कौन-कौन लोग थे, किस-किस तरीके की चीजें थी। वह सबको मालूम है। 10 साल से कार्यकर्ता सत्ता से बाहर हैं। अब कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए भी काम करना पड़ेगा। उसके लिए भी कांग्रेस सबकुछ दे। सियासी जानकारों के मुताबिक हरीश रावत ने हरक सिंह रावत पर निशाना साधा है। हरक के लिए सलाह के सवाल पर हरीश ने कहा कि वह मेरी सलाह मानते तो ये स्थितियां नहीं आतीं और कांग्रेस सत्ता से बाहर नहीं होती।