कोलकाता, 18 फरवरी 2021

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। बीजेपी ने चुनाव जीतने के लिए पूरा जोर लगा दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बंगाल से टीएमसी सरकार को उखाड़ फेंकने का ऐलान करते हुए आज परिवर्तन रैली को हरी झंडी दिखाई। अमित शाह ने कहा कि हमारा लक्ष्य बंगाल की स्थिति और बंगाल की जनता में परिवर्तन हो। बंगाल की माता-बहनों की स्थिति में परिवर्तन हो। रैली को संबोधन करते हुए अमित शाह ने वादा किया कि अगर बंगाल में बीजेपी की सरकार बनती है तो राज्य में सातवां वेतन आयोग लागू होगा।

शाह ने कहा कि बंगाल की जो स्थिति कर दी गयी है, वो बहुत बदतर है। राज्य में आर्थिक स्थिति इतनी खस्ताहाल है कि यहां कर्मचारियों को सातवां वेतनमान नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार बना दीजिए, बंगाल के सारे कर्मचारियों को सातवां वेतन आयोग देने का काम ये बीजेपी की सरकार करेगी।

महिलाओं को नौकरी में 33 फीसदी आरक्षण

दक्षिण 24 परगना जिले में अमित शाह ने एक रैली को संबोधित किया। उन्‍होंने कहा कि हमारी सरकार राज्य में 33 फीसदी महिलाओं को आरक्षण देगी। कावद्वीप में रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, ‘बीजेपी सरकार पश्चिम बंगाल में महिलाओं को 33 पर्सेंट रिजर्वेशन देगी।’ अमित शाह ने ममता बनर्जी की सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी की जंग सोनार बांग्ला के लिए है। हमारे बूथ वर्कर्स और टीएमसी के सिंडिकेट के बीच यह जंग है। अमित शाह ने कहा कि हमरा मकसद पश्चिम बंगाल में बीजेपी की सरकार बनाना नहीं है बल्‍कि हमारा टारगेट है कि राज्‍य में बदलाव आए।

यहां के गरीबों की स्थिति बेहतर हो। राज्‍य की महिलाओं के हालात बदल सकें। रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि यह सत्ता परिवर्तन नहीं होगा। यह गंगासागर के लिए सम्‍मान होगा। क्षेत्र के मछुआरों की जिंदगी के लिए बदलाव लाने का प्रयास होगा।’ सवालिया अंदाज में अमित शाह ने कहा कि क्या जब तक राज्य में ममता बनर्जी की सरकार है, तब तक कोई बदलाव आ सकता है? क्या इस तरह बंगाल प्रगति की राह पर आगे बढ़ सकता है?