कोलकाता, 26 फरवरी 2021
पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में चुनाव की घोषणा के बाद तृणमूल कांग्रेस आपे से बाहर हो चुकी है। पहले खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि यह सब भाजपा का किया-कराया हुआ है, अब उनकी पार्टी के नेता और समर्थक भी 8 चरण में चुनाव करवाने के फैसले की अलग-अलग और दिलचस्प वजहें खोज कर ला रहे हैं। लेकिन, विरोध के चक्कर में पार्टी के एक शुभचिंतक नेता ने जो एक लाइव टीवी डिबेट में आरोप लगाए हैं, वह बहुत ही सनसनीखेज है। शाकिर अली नाम के इस टीएमसी समर्थक नेता ने डिबेट में दावा किया कि मुख्य चुनाव आयुक्त पर इसके लिए इतना दबाव था कि वो मीडिया को संबोधित करने के दौरान बार-बार पानी पीने को मजबूर हो रहे थे।
‘8’ अंक के फेर में उलझ गई टीएमसी !
शाकिर अली नाम के टीएमसी समर्थक नेता ने हिंदी न्यूज चैनल आजतक में चर्चा के दौरान आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने बंगाल चुनाव की तारीखों की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ज्योतिषी के कहने के मुताबिक उनके शुभ अंक ‘8’ का ख्याल रखते हुए यह ऐलान किया है। उन्होंने कहा है- “आज चुनाव की जो तारीख रखी गई है, वह हमारे प्रधानमंत्री के ज्योतिषी हैं उनके द्वारा रखी गई है…..क्योंकि उनका जो फिगर है 8 ….मतलब 26 के दो फिगर को जोड़ दीजिए तो 2 प्लस 6 तो ये 8 हो जाता है। ये 8 प्रधानमंत्री मोदी जी के लिए शुभ अंक है; और इसके साथ 8 चरण बंगाल का..ये भी उनके लिए शुभ है, उनको ज्योतिषी ने कहा है।” इनका कहना था कि सातवें चरण का चुनाव 26 को रखने का भी यही मकसद है कि उससे 8 का अंक पूरा हो रहा है।
ममता ने भी चुनाव आयोग पर लगाया है आरोप
इससे पहले खुद पार्टी सुप्रीमो यह दलील दे चुकी हैं कि असम में 3 राउंड, बाकी तीनों राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सिर्फ एक राउंड में, लेकिन बंगाल में 8 राउंड में चुनाव करवाने का मतलब क्या है। बनर्जी का आरोप है कि उनकी पार्टी दक्षिण 24 परगना में मजबूत स्थिति में है इसलिए वहां तीन चरणों में चुनाव करवाने की घोषणा की गई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि आयोग ने भाजपा के मुताबिक तारीखों का ऐलान किया है। गौरतलब है कि आयोग ने राज्य में 27 मार्च, 1 अप्रैल, 6 अप्रैल, 10 अप्रैल,17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को वोटिंग करवाने का फैसला किया है। राज्य की सभी 294 विधानसभा सीटों पर मतगणना 2 मई को असम, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी के साथ ही करवाई जाएगी।
2016 के विधानसभा चुनाव में टीएमसी को 211, कांग्रेस को 44, सीपीएम को 26 और बीजेपी को 3 सीटें मिली थीं। इसमें टीएमसी ने 44.91%, कांग्रेस ने 12.25%,सीपीएम ने 19.75% और भाजपा ने महज 10.16% वोट हासिल किए थे।