कोलकाता, 7 मार्च 2021
बंगाल चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। 27 मार्च को राज्य में पहले चरण का चुनाव है। सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव के लिए एड़ी-चोटी का दम लगा दिया है। तो वहीं टीएमएसी ने केंद्र ,रकार के खिलाफ जमकर मोर्चा खोला हुआ है। एलपीजी के बढ़े दामों के खिलाफ आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिलगुड़ी में महिलाओं के साथ पैदल मार्च निकाला है। उन्होंने कहा कि हमने पीएम मोदी को दिखाने के लिए यह प्रदर्शन किया है, उन्हें जवाब देना चाहिए कि पेट्रोल, डीजल और एलपीजी के दाम क्यों बढ़ रहे हैं?
सीएम ममता ने कहा कि पोरिवर्तन (परिवर्तन) दिल्ली में होगा, बंगाल में नहीं। पीएम ने कहा कि बंगाल में महिला सुरक्षा नहीं है, लेकिन यूपी, बिहार और अन्य राज्यों को देखें। बंगाल में महिलाएं सुरक्षित हैं और ये बात उन्हें छोड़कर हर कोई जानता है। मोदी और उनकी सरकार पर करारा वार करते हुए दीदी ने कहा कि केंद्र सरकार भेल, गेल सब बेच दे रही है और तौलाबाजी का आरोप हम पर लगा रही है। देश में सिर्फ एक ही सिंडिकेट है, जिनका नाम अमित शाह और नरेंद्र मोदी है।
‘जो हमसे टकराएगा, वो चूर चूर हो जाएगा’
अपने भाषण में उग्र होते हुए सीएम ममता ने कहा कि जो हमसे टकराएगा, वो चूर चूर हो जाएगा, इस बार बंगाल में यहां की जनता खेला करेगी। ‘खेला होबे’ हम खेलने के लिए तैयार हैं। मैं वन-ऑन-वन खेलने के लिए तैयार हूं अगर BJP वोट खरीदना चाहती है, तो पैसे लें और टीएमसी के लिए अपना वोट डालें।
हमने बंगाल का विकास किया है: CM ममता
ममता ने आगे कहा कि हमने बंगाल का विकास किया है और इसके नाम पर ही वोट मांगें हैं, हमने जो किया है वो ही कहा है, हम वो नहीं जो कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं। ममता बनर्जी के साथ इस दौरान नुसरत जहां और मिमी चक्रवर्ती भी मौजूद रहीं। गौरतलब है कि इससे पहले पेट्रोल-डीजल के बढ़े दामों के विरोध में ममता बनर्जी ने इलेक्ट्रिक बाइक पर रैली निकाली थी।
सीएम ममता ने ‘एक बार फिर खेला होबे ‘का नारा दिया था और कहा था कि वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों और मतदान के चरण बढ़ाने से कुछ नहीं होगा, जीत टीएमसी की ही होगी। टीएमसी ने इस चुनाव में ‘खेला होबे, देखा होबे, जीत होबे’ (खेल होगा, हम देखेंगे, हम जीतेंगे) और ‘बंगला निजेर मेयेकी चाय’ (बंगाल अपनी खुद की बेटी चाहता है) जैसे नारे दिए हैं। मालूम हो कि फरवरी से लेकर मार्च तक में सिलेंडर के दामों में 4 बार बढ़ोतरी हो गई है, सारे विरोधी दल इन बातों के लिए केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं, टीएमएसी ने महंगाई को भी चुनावों में मुद्दा बनाया है।