वाराणसी, 19 जुलाई 2021
दुष्कर्म के आरोप में नैनी जेल में बंद घोसी से बसपा सांसद अतुल राय को मुख्तार अंसारी से जान का खतरा है। सांसद की सुरक्षा की उनके पिता और भाई बहन ने गुहार लगाई है। सोमवार को वाराणसी दीवानी कचहरी में अतुल के पिता भरत राय, भाई पवन सिंह और बहन नम्रता राय ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मुख्तार के गुर्गे अतुल राय की जेल में हत्या कर सकते हैं। उन्होंने सीएम योगी से अतुल राय की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की। दो दिन पहले ही सांसद अतुल राय की पत्नी ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर पति की रिहाई के लिये योगी सरकार से मांग की थी।
मुख्तार के शूटर ने फंसाया
अधिवक्ता अनुज राय ने यह भी कहा कि मुख्तार अंसारी के एक शूटर ने योजनाबद्ध तरीके से सांसद को फंसाने के लिये उनके खिलाफ दुष्कर्म का फर्जी मुकदमा कराया है। इस प्रकरण में एक ऑडियो वायरल हुआ था। इसकी जांच फॉरेंसिक लैब से कराने पर उसे सही पाया गया। पूरे प्रकरण की जांच सीओ और वाराणसी के तत्कालीन एसपी सिटी के द्वारा करायी गयी थी, जिसमें ये कहा गया था कि इस पूरे प्रकरण की दोबारा से जांच करायी जानी चाहिए। बावजूद इसके लंका थाने की ओर से ना जाने किस दबाव के कारण पुनर्जांच के लिये न्यायालय में अभी तक प्रार्थनापत्र नहीं दिया गया है।
पुलिस जानबूझकर जेल में रखना चाहती है
सांसद के पिता भरत सिंह ने आरोप लगाया कि राजनीतिक प्रतिद्वंदिता के चलते मेरे बेटे को प्रदेश सरकार द्वारा सुरक्षा प्रदान नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि मैं एक वरिष्ठ नागरिक हूं एवं कैंसर रोग से पीड़ित हूं। मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से मांग करता हूं कि मेरे पुत्र के जान के खतरे को देखते हुए उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया की जाए।
सांसद अतुल राय के भाई पवन कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस मेरे भाई और घोसी के लोकप्रिय सांसद अतुल राय को जेल से बाहर निकलने नहीं देना चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि घोसी सांसद के ऊपर आरोप लगाने वाली पीड़िता एवं उसके पुरुष मित्र सत्यम प्रकाश राय के खिलाफ बलिया के नरही थाने में, वाराणसी के कोतवाली थाने में और लखनऊ के गोमती नगर थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद अबतक कोई कार्रवाई न होने से ऐसा लगता है कि पुलिस जानबूझकर सांसद को जेल में रखना चाहती है।
अतुल राय की बहन नम्रता राय ने कहा कि मेरे भाई के मामले में तो फॉरेंसिंक लैब द्वारा प्रमाणित रिकॉर्डिंग और पैसे के लेन देन की अकाउंट ट्रांजेक्शन के सभी साक्ष्य है तथा सीओ और एसपी सिटी की संस्तुति भी है लेकिन बावजूद इसके हमारे परिवार के साथ सरकार द्वारा अन्याय किया जा रहा है।
फरार रहते हुए जीता चुनाव, सांसद बनने के बाद समर्पण
मई 2019 में हुए लोकसभा चुनाव से ठीक पहले वाराणसी के यूपी कालेज में पढ़ने वाली बलिया की युवती ने अतुल राय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए अतुल राय सुप्रीम कोर्ट तक गए लेकिन कामयाबी नहीं मिली। पुलिस से बचने के लिए चुनाव के दौरान वह भूमिगत ही रहे। परिणाम आया तो अतुल राय सांसद बन चुके थे। इसके बाद 22 जून 2019 को अतुल राय ने वाराणसी की अदालत में समर्पण कर दिया।