मेरठ, 22 जुलाई 2021
मेरठ स्थित सरधना के सलावा गांव में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के लिए जमीन पर कैबिनेट ने मुहर लगा दी है. कैबिनेट की मंज़ूरी के बाद अब मेरठ में खेल यूनिवर्सिटी बनने का रास्ता साफ हो गया है. तकरीबन 700 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में स्नातक से लेकर पीएचडी तक की पढ़ाई होगी. इस खबर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खिलाड़ी और कोच की खुशी का ठिकाना नहीं है. सभी एक सुर में सीएम योगी के कदम की सराहना करते नजर आ रहे हैं.
खेल विश्वविद्यालय के निर्माण को लेकर जमीन की अड़चन कैबिनेट में खत्म किए जाने के बाद अब मेरठ में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनने का रास्ता साफ हो गया है. जमीन की अड़चन समाप्त होने के बाद अब विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट और तकनीकी पहलुओं पर जल्द कार्य आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी. मेरठ के जिलाधिकारी के बालाजी का कहना है कि वे शासनादेश का इंतजार कर रहे हैं. कार्यदायी संस्था तय होने के बाद आगे की कार्रवाई होगी. वे कहते हैं कि जमीन चिन्हित कर प्रपोजल भेजने का कार्य पहले ही किया जा चुका है. जिलाधिकारी का कहना है कि स्पोर्ट्स में यहां के खिलाड़ी और उनके माता पिता बहुत इंट्रेस्ट लेते हैं. ऐसे में खेल विश्वविद्यालय बहुत बड़ी उपलब्धि होगी.
खिलाड़ियों का कहना है कि मेरठ व आस-पास के क्षेत्र में खेल प्रतिभाओं की भरमार है. खेल विवि बनने से खेल के स्तर के साथ ही खेल का एकेडमिक स्तर भी सुधरेगा. खेल में अच्छे शोध भी हो सकेंगे. प्रदेश के पहले खेल विश्वविद्यालय बनाए जाने को लेकर जिला एथलेटिक संघ का कहना है कि उन्होंने ऑनलाइन हस्ताक्षर अभियान के जरिए आवाज बुलंद की थी. इसके बाद मिस्ड कॉल अलर्ट का कार्य भी आरम्भ किया गया था. वे कहते हैं कि आज की तारीख में मेरठ में खेल विश्वविद्यालय का सरकारी आदेश जारी हो चुका है. वे कहते हैं कि इससे यकीनन अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर मेरठ का नाम रोशन होगा. महत्वपूर्ण डिग्रियां भी खेल विश्वविद्यालय से मिलेंगी. अनु कुमार का कहना है कि खेल विश्वविद्यालय के साथ अगर स्पोर्ट्स कॉलेज का भी तोहफा मिल जाए, तो ये सोने पर सुहागा होगा.