आगरा, 21 जुलाई 2021
यूपी में बढ़ते प्रदूषण पर काबू करने के लिए सरकार ने भी बड़ा कदम उठाया है. योगी सरकार (Yogi Government) सूबे के 14 शहरों में इलेक्ट्रिक बसें (Electric Buses) चलाने जा रही है. इस बारे में यूपी के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन (Ashutosh Tandon) ने मंगलवार बताया कि प्रदेश के 14 शहरों में इलेक्ट्रिक बसें चलाने का फैसला किया है. जबकि लखनऊ में इसका ट्रायल रन का शुरू किया गया है. यही नहीं, यूपी के जिन 14 शहरों में इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी उनमें से सात शहर वेस्ट यूपी के हैं.
यूपी सरकार ने प्रदूषण पर काबू करने के साथ नगरीय परिवहन सेवाओं को और आधुनिक बनाने के लिए यात्रियों के लिए यह फैसला लिया है. यूपी सरकार के प्लान के मुताबिक, प्रदेश के 14 शहरों में चलने वाली 700 इलेक्ट्रिक बसें में केंद्रीय उद्योग विभाग 600 और यूपी सरकार 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाएगी. जबकि लखनऊ, आगरा और कानपुर में 100-100, अलीगढ़, झांसी, गोरखपुर, बरेली, शाहजहांपुर और मुरादाबाद में 25-25, गाजियाबाद, प्रयागराज, वाराणसी, मथुरा और मेरठ में 50-50 इलेक्ट्रॉनिक बसें चलेंगी.
लखनऊ, कानपुर और आगरा पर सरकार का ज्यादा फोकस
बता दें कि स्मार्ट सिटी योजना के तहत यूपी के नगरीय परिवहन विभाग को प्रदूषण मुक्त इलेक्ट्रिक वाहन संचालित करने की जिम्मेदारी मिली है. इसके तहत यूपी सरकार ने लखनऊ, कानपुर और आगरा पर खास ध्यान दिया है. इन तीनों शहरों को 100-100 चलेंगी.
केंद्र 600 बसें देगा, तो यूपी करेगा 100 का इंतजाम
यूपी के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने ई-बसों की खूबियां गिनाते हुए कहा किये बसें पूरी तरह प्रदूषण मुक्त हैं. इनसे न तो वायु प्रदूषण होगा और न ही ध्वनि प्रदूषण. जबकि 700 ई-बसों में से 600 बसें केंद्र सरकार देगी. वहीं, हम 100 बसों का इंतजाम करेंगे. इसके साथ बताया कि हर ई-बस की कीमत करीब 45 लाख रुपये होगी.
सस्ता होगा किराया
यूपी के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि ई-बसों में यात्रा को बढ़ावा देने के लिए इनका किराया साधारण बसों के बराबर कर दिया गया है. हालांकि यात्रियों की सस्ते किराए की सुविधा साल भर तक मिलेगी. इसके अलावा इन बसें ध्वनि प्रदूषण मुक्त और लो फ्लोर होने के साथ सीसीटीवी कैमरों और पैनिक बटन से लैस होंगी. जबकि एडजेस्टेबल सीटों के साथ डेस्टिनेशन बोर्ड और फायर उपकरणों का भी इनमें खास इंतजाम है.
ऐसे हो रहा ट्रायल
फिलहाल ई-बसों का ट्रायल यात्रियों के वजन के बराबर बालू की बोरियां रखकर किया जा रहा है. ट्रायल के दौरान ई-बसें दस रूटों पर चलेंगी और इनका संचालन तीन-तीन दिन के अंतराल पर होगा. वहीं, एक बार चार्ज होने पर यह 120 किमी चलेंगी.