वेस्ट बंगाल, 13 फरवरी 2021

पश्चिम बंगाल में चुनावी सरगर्मी अपने परवान पर है। बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस में वार पलटवार का दौर जारी है। इन सब के बीच तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को हाल ही में पूर्व मुख्य न्यायाधीश पर संसद में टिप्पणी करने के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया गया था। वहीं अब उन्होंने दिल्ली पुलिस से उनके घर के बाहर तैनात तीन सशस्त्र अधिकारियों को हटाने की मांग की है। दिल्ली पुलिस को लिखे पत्र में सांसद ने बताया कि उन्हें ऐसा लगता है कि जैसे उनकी जासूसी हो रही है।

पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर से टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा संसद में काफी आक्रामक दिखाई दे रही हैं। वो सरकार को लगातार अपने भाषणों से घेर रही हैं। वहीं अब उन्होंने अपनी जासूसी का आरोप लगाते हुए दिल्ली पुलिस को एक पत्र लिखा है, जिसमें उनका कहना है कि तीन हथियार बंद जवान उनके घर के बाहर तैनात हैं, जबकि उन्होंने सुरक्षा नहीं मांगी है। इन अधिकारियों को हटाया जाए। सांसद ने बताया कि ऐसा लगता है कि ‘मैं किसी तरह की निगरानी में हूं’।

उन्होंने कहा कि सिर्फ मेरी रक्षा के लिए संसाधनों को बर्बाद मत करें, सबकी रक्षा करें। मैं सुरक्षा नहीं लेती यदि आप मुझे पर निगरानी रख रहे हैं, तो मुझसे पूछें और मैं आपको बताऊंगी। लोकतंत्र पहले से ही खतरे में है, हमें यह मत समझिए कि हम रूसी गुलाग (एक तरह से राजनीतिक बंदी) में रह रहे हैं।

वहीं उन्होंने घर के बाहर तैनात जवानों की तस्वीरें ट्वीट करते हुए लिखा कि हमारे बहादुर जवान भारत की सीमाओं की रक्षा के लिए बीएसएफ में भर्ती होते हैं। इस तरह से मेरे घर के बाहर ड्यूटी के लिए उनका इस्तेमाल करना मूर्खतापूर्ण काम है।

विशेषाधिकार हनन नोटिस पर दिया सदन में जवाब

वहीं विशेषाधिकार हनन के प्रस्ताव पर मोइत्रा ने कहा कि दूसरे को चुप कराने के लिए बीजेपी की ये बुरी आदत है। सांसद ने बताया कि विशेषाधिकार हनन के लिए अनुच्छेद 121 का हवाला दिया गया है, लेकिन उन्होंने जो कहा है वह सबके सामने है। उन्होंने किसी संविधान के प्रावधान का उल्लंघन नहीं किया है। वहीं उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह को घेरते हुए कहा था कि संसद चालू है, लेकिन गृह मंत्री अमित शाह बंगाल में हैं। जब संसद में इतने गंभीर विषय पर चर्चा की जा रही है लेकिन बंगाल में सरकार को कमजोर करने का शाह प्रयास कर रहे हैं।