मुंबई, 14 मार्च 2021

मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास विस्‍फोटक से भरी एसयूवी गाड़ी मिलने के मामले में एनआईए ने मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे को 12 घंटे तक की लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। वाजे को आज कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्‍हें 25 मार्च तक हिरासत में भेज दिया गया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता किरीट सोमैया ने सचिन वाजे की गिरफ्तारी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। सोमैया ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि इस मामले में मुंबई पुलिस के और पुलिसकर्मी भी इसमें शामिल हो सकते हैं। साथ ही उन्होंने शिवसेना पर भी हमला बोला।

सोमैया ने कहा कि सचिन वाजे के 6 से अधिक बिजनेस हैं। जिनमें मल्टीबील्ड इंफ्राप्रोजेक्ट्स लिमिटेड, टेकलेगल सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, डीजीनेक्स्ट मल्टीमीडिया लिमिटेड और अन्य। सोमैया ने पूछा कि वाजे के बिजनेस पार्टनर कौन थे? शिवसेना नेता संजय माशेलकर और विजय गवई! आपको बता दें कि सचिन वेज 1990 में महाराष्ट्र पुलिस सेवा में शामिल हुए थे, 2004 में ख्वाजा यूनुस की हिरासत में हत्या के आरोप में उन्‍हें निलंबित कर दिया गया था। सोमैया ने कहा कि मुंबई पुलिस चीफ परमबीस सिंह फौरन हटाया जाए।

वहीं बीजेपी ने शिवसेना पर हमला बोलते हुए वाजे का नार्को टेस्‍ट कराए जाने की बात कही है। महाराष्‍ट्र में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्‍ठ नेता राम कदम ने ट्विट कर कहा कि आखिरकार सचिन वाजे को एनआईए ने गिरफ्तार कर ही लिया। क्या अब सचिन वाजे को बचाने का कुकर्म करने वाली शिवसेना की सरकार देश से माफी मांगते हुए सचिन वाजे का नार्को टेस्ट करेगी? उन्होंने आगे कहा कि हमारी मांग है सचिन वाजे का नार्को टेस्ट कराया जाए जिससे पता चले कि महाराष्ट्र सरकार उसे बचाना क्यों चाहती थी?

गिरफ्तारी से पहले सचिन वजे ने Whatsapp पर लगाया स्‍टेटस- दुनिया को अलविदा कहने का वक्त आ गया है

मुंबई पुलिस में असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वजे ने अपना व्‍हाट्सऐप स्‍टेटस में लिखा है दुनिया को अलविदा कहने का वक्त आ गया है। सचिन का कहना है कि उन्‍हें झूठे केस में फंसाया जा रहा है। सचिन के स्‍टेटस के मुताबिक , 3 मार्च 2004। CID के साथी अधिकारियों ने मुझे झूठे केस में गिरफ्तार किया। यह अब तक अनिर्णायक है। इतिहास को दोहराया जा रहा है। सचिन ने लिखा मेरे साथी अधिकारी मुझे गलत तरीके से फंसा रहे हैं। उन्‍होंने आगे लिखा कि इस बार थोड़ा अलग है। क्‍योंकि तब मेरे पास 17 साल की आशा धैर्य, जीवन और सेवा भी थी। अब मेरे पास न तो 17 साल का जीवन है और न ही सेवा और न ही जीने के लिए धैर्य। मुझे लगता है कि दुनिया को अलविदा कहने का समय नजदीक आ रहा है।