पटना, 29दिसंबर, 2020
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन का व्यापक असर अब बिहार में भी देखने को मिल रहा है। इसी कड़ी में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले बिहार के अलग-अलग जिलों से आए किसान राजभवन मार्च कर रहे हैं। इस दौरान वामपंथी दल भी किसानों के साथ राजभवन मार्च में मौजूद हैं। राजभवन पहुंचकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जाएगा। ये मार्च पटना के गांधी मैदान से निकला है।
राजधानी पटना में दोपहर को अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और वाम संगठनों ने यह मार्च निकाला। हालांकि राजभवन की तरफ मार्च को ध्यान में रखते हुए पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। जबकि सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किये गए हैं। स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस में नोक-झोंक भी हुई, जिसके बाद पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
अखिल भारतीय किसान महासभा के बिहार प्रदेश सचवि रामाधार सिंह ने सोमवार को इस प्रदर्शन की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि किसान महासभा के साथ-साथ अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के सभी सदस्य संगठनों ने मंगलवार को राजभवन मार्च में अपनी पूरी ताकत लगा दी है।
उन्होंने दावा किया था कि पूर्णिया, अररिया, सीमांचल के अन्य जिलों, चंपारण, सीवान, गोपालगंज सहित कई जिलों के किसान सोमवार को ही पटना के तरफ निकल चुके हैं। इसके अलावा रामाधार सिंह ने कहा था कि पटना के गांधी मैदान स्थित गेट नंबर 10 से दोपहर 12 बजे राजभवन मार्च शुरू होगा।