नई दिल्ली, 26 अप्रैल 2021

देश के अन्य राज्यों की तरह दिल्ली में भी कोरोना महामारी ने विकराल रूप धारण कर लिया है। दिल्ली में हर रोज कोरोना संक्रमण के हजारों मामले सामने आ रहे हैं। वहीं सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है। हालात ये पैदा हो गई है कि, श्मशान घाट और कब्रिस्तान में लोगों को जगह तक नहीं मिल पा रही है। शमशान घाटों पर लोगों को जलाने के लिए घंटो इंतजार करना पड़ रहा है। रविवार को दिल्ली में 20 हजार से अधिक मामले आए वहीं 350 से अधिक लोगों को मौत हु्ई। दिल्ली में सरकार पार्क में अंतिम संस्कार के लिए शवदाह प्लेटफार्म बना रही है।

दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने सराय काले खां श्मशान घाट के सामने पार्क में 20 और शवदाह प्लेटफार्म बनाए जा रहे हैं। जबकि पार्क के दूसरे हिस्से में ही 50 प्लेटफॉर्म तैयार किया जा रहा है। प्लेटफॉर्म तैयार करने वाले ठेकेदार का कहना है कि लाशें इतनी आ रही हैं कि श्मशान घाट छोटा पड़ गया है। यहां पर लकड़ी से शवदाह करने के लिए पहले से 38 प्लेटफार्म हैं। पार्क के अंदर नए शवदाह की जगह तैयार की जा रही है।

अभी ईंट और पक्के गारे से चौकोर प्लेटफार्म तैयार किए गए हैं। इसके नीचे का बेस अभी बनना बाकी है। इनके तैयार होने ही यहां भी जल्द ही शवदाह किए जाएंगे। ठेकेदार का कहना है कि लाश जलाने के लिए जगह के साथ-साथ लकड़ियां भी कम पड़ गई हैं। लाश जलाने के लिए कुछ लकड़ियां एमसीडी की तरफ से आ रही हैं तो कुछ लोग खुद ही व्यवस्था कर रहे हैं। यहां के हालात बहुत खराब हैं।

पिछले 10 दिनों में, दिल्ली में श्मशान में लाए गए शवों की संख्या दोगुनी हो गई है। पश्चिम विहार के एक श्मशान में अधिकारियों ने शवों के बढ़ते प्रवाह को समायोजित करने के लिए अतिरिक्त प्लेटफार्मों का निर्माण शुरू कर दिया है। 50 अतिरिक्त प्लेटफार्मों का निर्माण 24 घंटों में किया गया है क्योंकि मौजूदा स्थान पर्याप्त नहीं है। दक्षिणी निगम के पंजाबी बाग, हस्तसाल ,सुभाष नगर,लोधी रोड,सराय काले खान, लाल कुआँ, आई.टी.ओ , द्वारका सेक्टर 24 और ग्रीन पार्क स्थित श्मशान घाटों व कब्रिस्तान में लगातार शव आ रहे हैं।