बिहार, 19 फरवरी 2021
पेट्रोल – डीजल और रसोई गैस सिलेंडर के बढ़ते दामों का असर प्रदेशों के बजट सत्र पर भी दिख रहा है। उत्तर प्रदेश में गुरुवार को शुरू हुए बजट सत्र के दौरान विधानभवन गेट पर विपक्षी दलों के सदस्यों ने प्रदर्शन किया। शुक्रवार को बिहार में शुरू हुए बजट सत्र के दौरान राजद समेत अन्य विपक्षी दलों ने भी कृषि कानूनों और पेट्रोल डीजल के दामों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध जताते हुए राजद विधायक साइकिल चलाकर विधानभवन पहुंचे, वहीं कांग्रेस विधायक चूल्हा और लकड़ी लेकर पहुंचे। सीपीआई-एमेल, सीपीएम समेत अन्य वाम दलों ने भी विधानभवन के बाहर प्रदर्शन किया।
पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के विरोध में महुआ के राजद विधायक मुकेश रौशन साइकिल चलाते हुए विधानभवन पहुंचे। उन्होंने कहा कि मैं हाजीपुर से आया हूं, वहां से सात बजे निकला था। कहा कि प्रदेश में अपराध ऊंचाई छू रहा है तो हर चीज महंगी हो रही है, इस बारे में हमलोग सरकार से सवाल पूछेंगे।
कांग्रेस विधायक शकील अहमद, विधायक अजीत शर्मा और विधायक प्रतिमा कुमारी खान चूल्हा और जलावन लेकर विधानसभा पहुंचे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने आम लोगों का जीना हराम कर दिया है और अब उनको लकड़ी पर ही खाना बनाना पड़ेगा। कहा कि गैस सिलेंडर के दामों के विरोध में लकड़ी और चूल्हा लेकर वे विधानभवन आए हैं। कांग्रेस विधायक प्रतिमा कुमारी ने कहा कि महंगाई इतनी हो गई है कि घर चलाना मुश्किल हो गया है। रसोई गैस की कीमतें इतनी बढ़ गई हैं कि महिलाओं के सामने बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
वामदलों के सदस्यों ने भी विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि वे मांग करेंगे कि विधानसभा सत्र के दौरान कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव लाया जाय और उसे सदन से पास किया जाय फिर उसे केंद्र सरकार के पास भेजा जाय। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो प्रदर्शन जारी रखेंगे। एआईएमआईएम के विधायकों ने भी प्रदर्शन करते हुए सीमांचल के बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा देने की मांग की। राजद विधायकों ने कृषि कानूनों के विरोध और किसान आंदोलन के समर्थन में कर्पूरी ठाकुर की मूर्ति के सामने दो मिनट का मौन रखा।