नई दिल्ली, 5 मई 2021
देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर इतनी भयानक है कि रोजाना साढ़े तीन लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। इसके साथ ही एक्टिव केस की संख्या में कई लाख की बढ़ोतरी हुई है, जिस वजह से अस्पतालों में बेड की किल्लत है। वहीं अगर कोई मरीज कड़ी मशक्कत के बाद बेड पा भी जा रहा, तो उसको ऑक्सीजन के लिए तरसना पड़ रहा है। हालांकि केंद्र सरकार ने सभी राज्यों का कोटा बढ़ा दिया है। साथ ही कई जगहों पर विशेष प्लांट भी लगाए जा रहे, जिससे हालात कुछ हद तक नियंत्रण में आ गए हैं।
भारत सरकार के मुताबिक पीएम केयर फंड की ओर से दिल्ली एम्स और राम मनोहर लोहिया अस्पताल में दो उच्च प्रवाह वाले ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने थे, जिनका काम बुधवार को पूरा हो गया। ऐसे में अब दोनों प्लांट के जरिए अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही है। वहीं इस्पात मंत्रालय ने बताया कि प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर की स्टील कंपनियां भी राष्ट्र की ऑक्सीजन आवश्यकता को पूरा करने का प्रयास कर रही हैं। मंगलवार को उनके द्वारा 3680.30 मिट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन हुआ। इसके अलावा कुल 4076.65 MT सप्लाई किया गया।
कोरोना महामारी की पहली लहर जब आई तो कई देशों ने अपने यहां लॉकडाउन लागू कर दिया था। ऐसे में भारतीय सेना ने अपने लोगों को विदेश से लाने के लिए ऑपरेशन समुद्र सेतु शुरू किया। अब दूसरी लहर में लोग तो नहीं फंसे लेकिन मेडिकल उपकरणों को विदेशों से लाना बहुत जरूरी हो गया है। ऐसे में नौसेना ने ऑपरेशन समुद्र सेतु पार्ट-2 शुरू किया है, जिसके तहत मुंबई, विशाखापट्टनम और कोच्चि से विशेष पोत कई देशों की ओर रवाना हुए हैं, जहां से वो मेडिकल ऑक्सीजन समेत कई जरूरी उपकरण लाएंगे।