26 december, 2020
बंगाल के कई प्रतीक चार महीने दूर राज्य के विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान में खींचे गए, जिसके लिए भाजपा ने दो बार की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आक्रामक चुनौती दी है.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने आज नोबल पुरस्कार विजेता आमर्त्य सेन (Noble Laureate Amartya Sen) को पत्र लिखकर उनके प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया. आमर्त्य सेन का नाम विश्व भारती यूनिवर्सिटी के अवैध भूंखड धारकों की विवादित सूची में आया है. बंगाल की मुख्यमंत्री ने “अमर्त्य दा” को लिखे पत्र में कहा, “कुछ नए-नए घुसपैठियों निराधार और हैरत भरे आरोप लगाए हैं.” “आश्चर्य और पीड़ा” व्यक्त करते हुए, ममता बनर्जी ने रबींद्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित विश्व भारती विश्वविद्यालय के घर शांति निकेतन के साथ प्रसिद्ध अर्थशास्त्री के गहरे संबंधों के बारे में बात की।
उन्होंने लिखा, “विश्वभारती के कुछ नए-नए घुसपैठियों ने आपकी पैतृक संपत्तियों को लेकर हैरत भरे और निराधार आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं. मुझे इससे गहरा दुख पहुंचा है. इस देश में बहुसंख्यकवादियों के हठ के ख़िलाफ इस लड़ाई में मैं आपके साथ हूं. ये लड़ाई, जिसने आपको असत्य की इन ताकतों का दुश्मन बना दिया हैं ”
पत्र में लिखा है, “हम सभी शांति निकेतन के साथ आपके परिवार के गहरे और जैविक संबंधों से अवगत हैं. आपके नाना श्रद्धेय विद्वान क्षितिजमोहन सेन शांतिनिकेतन में शुरुआती अग्रणी लोगों में से एक थे, जबकि आपके पिता आशुतोष सेन, जो कि एक प्रसिद्ध शिक्षाविद् और लोक प्रशासक थे, आठ दशक पहले शांति निकेतन में निर्मित उनका प्रसिद्ध घर प्रातीची था. आपका परिवार शांति निकेतन की संस्कृति और ताना-बाना में बुना गया है.”