कांग्रेस नेता जयराम रमेश के खिलाफ भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। आरोप है कि जयराम रमेश ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी। भाजपा सांसद के नोटिस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने इसे राज्यसभा की विशेषाधिकार समिति के पास जांच के लिए भेज दिया है। जांच में अगर जयराम रमेश के खिलाफ लगे आरोप सही पाए जाते हैं तो कांग्रेस नेता के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
क्या है मामला
भाजपा के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने अपनी शिकायत में कहा है कि जयराम रमेश ने राज्यसभा के सभापति के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की और साथ ही उनकी निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए थे। आरोप है कि जयराम रमेश ने बीते बजट सत्र के दौरान कहा था कि ‘सभापति को सत्ताधारी पार्टी का चीयरलीडर नहीं होना चाहिए और विपक्ष की बात भी सुननी चाहिए।’ राज्यसभा सचिवालय ने भी कांग्रेस नेता के खिलाफ विशेषाधिकार हनन के नोटिस की पुष्टि की है।
सचिवालय ने जारी किया बयान
सचिवालय ने बयान जारी कहा है कि ‘राज्य सभा सभापति ने राज्य सभा की प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियम 203 के तहत यह नोटिस रेफर किया है। जिसमें जयराम रमेश पर लगातार और जानबूझकर सभापति के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी का आरोप लगाया गया है। अब विशेषाधिकार समिति आरोपों की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट देगी।’ भाजपा के एक अन्य सांसद ने भी जयराम रमेश के खिलाफ सभापति के अपमान की शिकायत की थी लेकिन सभापति ने उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की।