नई दिल्ली, 30 मई 2021
पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ की। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने ऐलान किया कि कोरोना के चलते अपने मां-बाप को खो देने वाले अनाथ बच्चों को मुफ्त शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य बीमा तक दिया जाएगा। पीएम मोदी के इस ऐलान पर राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने तंज कसा है। पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि मोदी सरकार ने एक और मास्टर स्ट्रोक खेला है। प्रशांत ने कहा कि इस बार कोरोना के चलते तबाह हुए बच्चों के लिए सहानुभूमि और देखााल को नए तरीके से परिभाषित किया गया हे।
अभी सहायता मिलने की जगह, बच्चों को 18 वर्ष की आयु में स्टाइपेंड के वादे से सकारात्मक महसूस करना चाहिए – मुफ्त शिक्षा के वादे के लिए पीएम केयर्स के आभारी रहें, जो कि संविधान में गारंटीकृत अधिकार है। प्रशांत किशोर यहीं नहीं रुके। उन्होंने स्वास्थ्य बीमा दिए जाने पर भी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत में नामांकित होने के आश्वासन के लिए पीएमओ का धन्यवाद कीजिए, जो कि 50 करोड़ भारतीयों की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए जाना जाता है, लेकिन जरूरत पड़ने पर केवल बेड/ ऑक्सीजन भी प्रदान करने में विफल रहा है।
आपको बता दें कि मोदी सरकार ने कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों के लिए कुछ ऐलान किया। इसके अनुसार ऐसे बच्चों को 18 साल की उम्र पूरी करने पर मासिक वित्तीय सहायता और 23 वर्ष की उम्र पूरी करने पर पीएम केयर्स फंड से 10 लाख रुपये की राशि मिलेगी। इन योजनाओं की घोषणा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बच्चे देश के भविष्य हैं और उनकी सहायता करने और उनका संरक्षण करने के लिए सरकार हरसंभव सहयोग करेगी, ताकि वे मजबूत नागरिक बन सकें और उनका भविष्य उज्ज्वल हो।