नई दिल्ली, 11फरवरी 2021
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार शासन चलाने के लिए असंवैधानिक तरीके अपना रही है। ‘इंडिया टुडे’ के एक कार्यक्रम में गुरुवार को उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के अस्तित्व को बचाने के लिए पश्चिम बंगाल में सफाई की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि ममता ने पश्चिम बंगाल को अपनी जागीर समझ लिया है और अगर लोकतंत्र के किसी भी हिस्से को जीवित रखना है तो यहां प्रभावी ढंग से सफाई करनी होगी। उन्होंने कहा, “अगर मैं डायमंड हार्बर जाता हूं, तो यह संदेश जाता है कि राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिया जाना चाहिए। क्या यह एक व्यक्तिगत जागीर है?”
बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के पदभार संभालने के बाद से राजभवन और टीएमसी के बीच रिश्ते और सख्त हुए हैं। राज्यपाल और सीएम के बीच कानून और व्यवस्था, शासन और भ्रष्टाचार सहित कई मुद्दों पर तकरार हुई है। राजभवन और तृणमूल कांग्रेस दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ तीखे सार्वजनिक बयान दिए हैं। उन्होंने कहा, “बंगाल कि वर्तमान स्थिति भयानक है। उन्होंने कहा कि एक समय में बंगाल संस्कृति का केंद्र था और दशकों पहले उद्दोगों का नंबर केंद्र था, लेकिन आज यहां बेरोजगारी एक अहम मुद्दा है, उद्दोगों की कमी है, सर्विस सेक्टर नहीं हैं और ये सभी अहम मुद्दे हैं।”
बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि उनकी सबसे बड़ी चिंता यह है कि राज्य में शासन संवैधानिक मापदंडों से दूर हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था के कोई मायने नहीं रह गए हैं और राज्यपाल से बेहत इसे कौन जान सकता है। उन्होंने कहा कि डर चारों चरफ है। डर हमेशा होता है। इतना डर है कि डरने के कारण डर की चर्चा नहीं करते। और यह डर समाज के हर एक वर्ग में है।
सरकार में अपनी भूमिका पर उन्होंने कहा, “एक गवर्नर पंचिंग बैग होता है। अगर केंद्र की तुलना में राज्य में सरकार अगल पार्टी की है तो आरोप लगाना आसान हो जाता है। मैं इसके बारे में स्पष्ट हूं और मैं केवल भारतीय संविधान का मार्गदर्शन कर रहा हूं।”