पटना, 15 अप्रैल 2021
बुधवार की देर रात को कुछ दिनों से बीमार चल रहे बिहार विधान परिषद के पूर्व सभापति 90 वर्षीय प्रोफेसर अरुण कुमार का निधन हो गया। विधान परिषद के जनसंपर्क अधिकारी अजीत रंजन ने बताया कि वयोवृद्ध पूर्व सभापति प्रो. अरुण कुमार पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज भी चल रहा था। पटना के पटेल नगर स्थित आवास पर उनका निधन हो गया।
सीएम नीतीश कुमार ने पूर्व सभापति प्रो. अरुण कुमार के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। पूर्व सभापति का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ होगा। सीएम ने अपने शोक संदेश में कहा कि प्रो. कुमार एक कुशल राजनेता एवं प्रसिद्ध समाजसेवी थे। बता दें कि प्रो. अरुण कुमार 05 जुलाई 1984 से 03 अक्टूबर 1986 तक बिहार विधान परिषद के सभापति रहे थे।
इसके बाद वह 16 अप्रैल 2006 से 04 अगस्त 2009 तक विधान परिषद के कार्यकारी सभापति भी रहे। उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत अरुण कुमार के पुत्र से टेलिफोन पर बात कर उन्हें सांत्वना दी। सीएम नीतीश ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।बता दें कि प्रोफेसर अरुण कुमार का जन्म 2 जनवरी 1931 को हुआ था और वे मूल रूप से रोहतास जिले के मछनहट्टा (दुर्गावती) के रहने वाले थे।
बिहार विधान परिषद के पूर्व सभापति प्रो. अरुण कुमार का अंतिम संस्कार बनारस के मणिकर्णिका घाट पर किया जाएगा। बिहार विधान परिषद् में उनके पार्थिव शरीर को नहीं ले जाया जाएगा। परिषद् के कई कर्मी कोरोना से पीड़ित हैं और कुछ की मौत भी हो चुकी है। इसके चलते विधान परिषद् पूरी तरह से बंद है।