कोलकाता, 1 मार्च 2021
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही दिनों का वक्त बचा हुआ है। इस बीच राजनीतिक दाव पेंच तेज हो गए हैं। इसी क्रम में टीएमसी नेता कुणाल घोष को प्रर्वतन निदेशालय (ED) ने नोटिस भेजा है। ईडी ने घोष को 2 मार्च को प्रस्तुत होने को कहा है। जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक ईडी ने ये नोटिस शारदा स्कैम से जुड़े मामले में भेजा है। नोटिस मिलने के बाद कुणाल घोष ने कहा है कि वो जांच में सहयोग करेंगे।
जानिए क्या है शारदा चिटफंड घोटाला
पश्चिम बंगाल की एक चिटफंड कंपनी शारदा ग्रुप लोगों को लुभावने ऑफर लेकर लाखों का चूना लगाया। कंपनी ने लोगों को रकम को 34 गुना करने देने का ऑफर दिया। ऑफर का लॉकिंग पीरियड 25 साल का रखा था। वहीं आलू के बिजनेस में 15 महीनों के भीतर ही रकम डबल करने का सपना भी इस ग्रुप ने दिखाया।
इस फंड में करीब 10 लाख लोगों ने निवेश किया और आखिर में कंपनी पैसों के साथ फरार हो गई। इसमें करीब 40000 करोड़ रुपए का हेरफेर हुआ था। इस घोटाले में बड़े कॉरपोरेट, राजनीतिक दल ने नेताओं के नाम शामिल है। इस चिटफंड में साल 2008 में बनी कंपनी शारदा ग्रुप की कंपनी ने लुभावने ऑफर देकर लोगों से ठगी की। कंपनी ने लोगों को पैसे 34 गुने करने का दावा करते हुए पहले निवेश करवाया और चंद सालों में ही हजारों करोड़ की कंपनी बन गई। कंपनी के मालिक सुदिप्तो सेन ने सियासी जान पहचान के दम पर खूब पैसे कमाए।