नई दिल्ली, 5 मार्च 2021

पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ दल टीएमसी ने अब राज्य के प्रभारी उपचुनाव आयुक्त सुदीप जैन को हटाने की मांग की है। अब चुनाव आयोग ने टीएमसी की मांग पर बयान जारी किया है। चुनाव आयोग ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के अनुरोध को खारिज कर दिया है। पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को सुदीप जैन को हटाने की मांग करते हुए आरोप लगाए कि वह इसके प्रति पूर्वाग्रह से ग्रसित हैं और संघीय ढांचे के मानकों को तोड़ रहे हैं।

टीएमसी के आरोपों पर चुनाव आयोग ने कहा कि इसके सभी चुनाव उपायुक्त एवं आयोग के मुख्यालय में पदस्थापित अन्य अधिकारी या क्षेत्र में काम कर रहे अधिकारी ‘भारत के संविधान के मुताबिक और चुनाव कराने के लिए तय नियमों के तहत अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। छिटपुट अपवाद हो सकते हैं जिनमें चुनाव आयोग तुरंत सुधारात्मक कदम उठाता है। आयोग को चुनाव उपायुक्त सुदीप जैन की ईमानदारी और निष्पक्षता पर पूरा भरोसा है।

केंद्रीय चुनाव आयोग ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन कोई पहली बार नहीं है जब चुनाव अधिकारियों के खिलाफ इस तरीके के आरोप लगाए जाते रहे हैं खास तौर पर चुनावों से ठीक पहले या चुनावों के दौरान। दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए भी आयोग ने शुक्रवार दोपहर अधिसूचना जारी कर दी है। दूसरे चरण में राज्य के चार जिलों की 30 विधानसभा सीटों के लिए वोट पड़ेंगे।

टीएमसी के राज्यसभा के सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने गुरुवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) को पत्र लिखा था। इसमें आरोप लगाया है कि सुदीप जैन का व्यवहार पक्षपातपूर्ण है और अंदेशा जताया है कि उनके निर्देश में बंगाल में निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते हैं। इसलिए सुदीप जैन को बंगाल चुनाव के प्रभार से तुरंत हटाया जाए। रॉय ने आरोप लगाया कि पिछले संसदीय चुनाव के दौरान जैन ने कई ऐसे कदम उठाए, जो न केवल चुनाव आयोग के नियमों के खिलाफ थे। हमें उनमें कोई भरोसा नहीं है।