नई दिल्ली, 30 मार्च 2021
केरल में 6 अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले, मंगलवार को कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि धोखा, नकल और बेईमानी की पहचान बन गई है। दक्षिणी राज्य में एलडीएफ सरकार के ‘विनाशकारी’ पांच साल का शासन। एक संयुक्त बयान में कांग्रेस नेताओं रणदीप सिंह सुरजेवाला, के.वी. थॉमस और मधु गौड़ यास्की ने पिनारायी विजयन पर केरल में सत्तावादी और निरंकुश सरकार चलाने का आरोप लगाया।
उन्होंने बयान में कहा, “पिनारयी विजयन ने केरल के प्रगतिशील मार्च को नष्ट कर दिया है। उन्होंने केरल के विकास की कहानी को पटरी से उतार दिया है और सीएम और पीएम के बीच एक गुप्त समझौते के माध्यम से भाजपा के लिए जगह बनाई है।”
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि केरल में पिनारायी विजयन के नेतृत्व वाले एलडीएफ शासन ने राज्य की अर्थव्यवस्था को कमजोर कर दिया है, क्योंकि एलडीएफ नियम के तहत, केरल की विकास दर आधी हो गई है, जिससे राज्य कर्ज के जाल में फंस गया है।
बयान में कहा गया, “एलडीएफ शासन के पांच वर्षो में केरल का कर्ज 1,65,383 करोड़ रुपये बढ़ गया। इसलिए, राज्य के प्रत्येक व्यक्ति पर अब 94,698 रुपये का कर्ज है।”
यह भी कहा कि एलडीएफ किसानों को धोखा दे रहा है, क्योंकि केंद्र और राज्य दोनों ही फसलों की खरीद नहीं कर रहे हैं।
कांग्रेस ने यह भी कहा कि केरल में अनुसूचित जातियों के खिलाफ अपराध दर 28.2 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय दर 23 प्रतिशत से अधिक है।
कांग्रेस नेताओं ने आगे कहा कि पिनारायी विजयन के नेतृत्व वाली सरकार के पास दृष्टि की कमी है, क्योंकि सीएम के पास राजकोषीय स्वास्थ्य में सुधार या रोजगार के अवसर पैदा करने की कोई योजना नहीं है।