नई दिल्ली, 3जनवरी, 2021
AAP प्रवक्ता आतिशी ने ट्वीट किया कि बीजेपी की MCD ने चांदनी चौक का प्राचीन हनुमान मंदिर शनिवार रात को तोड़ दिया. शायद बजरंग बली ने बीजेपी के पार्षदों को रिश्वत का पैसा नहीं दिया, इसलिए उनका मंदिर ना बच पाया.
दिल्ली के चांदनी चौक में पुनर्विकास परियोजना के तहत हटाए गए एक धार्मिक स्थल को लेकर सत्ताधारी आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला छिड़ गया है. आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्ढा ने ट्वीट कर कहा है कि बीजेपी की MCD ने चांदनी चौक में बजरंग बली का प्राचीन मंदिर तोड़ दिया.
वहीं AAP प्रवक्ता आतिशी ने ट्वीट किया कि बीजेपी की MCD ने चांदनी चौक का प्राचीन हनुमान मंदिर शनिवार रात को तोड़ दिया.
वहीं, दिल्ली बीजेपी ने आम आदमी पार्टी सरकार पर धार्मिक स्थल हटाए जाने का आरोप लगाया है. आम आदमी पार्टी नेताओं के सोशल मीडिया पर आरोप लगाए जाने के बाद बीजेपी नेताओं ने बयान जारी किया है.
दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा है. कपूर ने लिखा है कि दिल्ली सरकार की चांदनी चौक सौन्दर्यीकरण योजना के अंतर्गत आज मोती बाजार के सामने स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर को तोड़े जाने की निंदा करते हुऐ मंदिर के पुनःनिर्माण की मांग करते हैं.
कपूर ने इसके साथ ही पत्र में लिखा है कि दिल्ली सरकार की इस सौन्दर्यीकरण योजना में तीन धार्मिक स्थलों की तोड़ फोड़ की बात थी. इसलिए स्थानीय नागरिकों में इसका शुरू से विरोध था जिसको लेकर बीजेपी प्रवक्ता ने लगातार विरोध किया और बीती 23 जुलाई को जब मुख्यमंत्री चांदनी चौक आए तो विरोध पत्र भी प्रेषित किया था.
बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने आरोप लगाते हुए कहा है कि दिल्ली सरकार की धार्मिक कमेटी ने सिखों के दो धर्मिक स्थलों को तो तोड़फोड़ से उचित छूट दे दी, पर हनुमान मंदिर के मामले पर विचार तक नहीं किया. नतीजा आज मंदिर तोड़ दिया गया. मंदिर टूटने से लाखों करोड़ों लोगो की भावनाऐं आहत हुई हैं. इसलिए दिल्ली सरकार हनुमान मंदिर का पुनर्निर्माण करवा कर लोक भावनाओं का सम्मान करे.
पत्र में सुझाव दिया गया है कि मंदिर वहीं दो गज दूरी पर मोती बाजार के सामने सेंट्रल वज्र पर बना कर मूर्तियों की पुनः स्थापना की जाये या फिर घंटा घर चौक पर हनुमान मंदिर बनवाया जाए.
वहीं, दिल्ली में आम आदमी पार्टी के MCD प्रभारी दुर्गेश पाठक ने पार्टी दफ़्तर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हाई कोर्ट में नार्थ एमसीडी द्वारा दिये गए हलफनामे का ज़िक्र करते हुए बीजेपी पर धार्मिक स्थल को हटाए जाने का आरोप लगाया है.
दुर्गेश पाठक ने आरोप लगाते हुए कहा है कि कोर्ट में उनका हलफनामा पढ़ लीजिए. कोर्ट में एमसीडी ने हलफनामा लिख कर दिया है कि हम मंदिर तोड़ने को तैयार हैं. उसमें एमसीडी का साइन है. भारतीय जनता पार्टी इतनी गिरी हुई राजनीति कर रही है कि प्राचीन हनुमान मंदिर जो हजारों सालों से वहां पर है, वहां हनुमान जी की पूजा होती है. वहां सुबह से आम आदमी पार्टी के लोग बारिश में धरने पर बैठे हुए हैं. पुलिस उनके पास है वहां पर किसी को जाने नहीं दे रहे हैं, क्योंकि बीजेपी ने वहां पर पुलिस लगा रखी है.
बीजेपी के कार्यकर्ता ने ही इस मामले में रिट पिटिशन कोर्ट में दाखिल की थी. पांच दिन पहले वही आदमी विजय गोयल के साथ एरिया में पदयात्रा कर रहा था. एमसीडी को इसका पाप लगेगा और आने वाले दिनों में चुनाव में बीजेपी को इसका नुकसान होगा.
वहीं उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर जय प्रकाश ने एक वीडियो जारी कर चांदनी चौक में धार्मिक स्थल हटाए जाने के मामले में दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया है. मेयर द्वारा एक सरकारी पत्र भी जारी किया गया है. अगस्त 2019 के ये पत्र दिल्ली सरकार के गृह विभाग की ओर से उत्तरी दिल्ली नगर निगम के कमिश्नर को लिखा गया था.
नॉर्थ MCD मेयर जय प्रकाश ने अपने बयान में कहा है कि 18/08/2019 की ये चिठ्ठी है जिसमें दिल्ली सरकार ने हमको आदेश दिया है कि जो एनक्रोचमेंट, मंदिर कर रहे हैं उनको हटाया जाए. 2019 से लेकर अभी तक हमने उसे बचाये रखा लेकिन दिल्ली सरकार लगातार इसे हटाने के पीछे लगी रही जो कि निंदनीय है. मेरी दिल्ली सरकार से अपील है कि उस मंदिर को पुनर्स्थापित किया जाये.