नई दिल्ली, 28जनवरी 2021
एआईएमआईएम (AIMIM) के मुखिया और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने अयोध्या(Ayodhya mosque) में बनने वाली मस्जिद को लेकर विवादित बयान दिया है। ओवैसी ने कहा है कि अगर कोई अयोध्या में 5 एकड़ जमीन पर बन रही मस्जिद में नमाज पढ़ता है तो वह ‘हराम’ मानी जाएगी। ओवैसी के इस बयान पर मस्जिद ट्रस्ट के सचिव और इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के अतहर हुसैन समेत कई मुस्लिम धर्मगुरुओं ने अपनी नाराजगी जाहिर की है।
खबर के मुताबिक, कर्नाटक के बीदर इलाके में ‘सेव कॉन्स्टिटूशन सेव इंडिया के कार्यक्रम’ को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि अयोध्या के धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ है। इसलिए उसे मस्जिद नहीं कहा जा सकता। ओवैसी ने यह भी कहा कि मस्जिद के निर्माण के लिए डोनेशन देना और वहां नमाज पढ़ना दोनों ही ‘हराम’ हैं।
अयोध्या मस्जिद ट्रस्ट के सचिव और इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के अतहर हुसैन ने कहा, इस धरती पर जहां भी अल्लाह के लिए नमाज पढ़ी जाती है वह जगह ‘हराम’ नहीं हो सकती।’ उन्होंने आगे कहा, ‘जिस इलाके से ओवैसी आते हैं वहां 1857 में हुई आजादी की पहली लड़ाई की तकलीफ नहीं महसूस की गई। यह भी मुमकिन है कि ओवैसी के पूर्वजों ने 1857 में ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ विद्रोह में हिस्सा ही न लिया हो।
यही नहीं ओवैसी ने लव जिहाद को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा,”महात्मा गांधी, बाबासाहेब अंबेडकर और मौलाना आजाद के देश में ‘लव जिहाद’ पर कानून पारित किया गया। कानून के विपरीत कानून बनाकर संविधान को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है।