कोलकाता, 6 फरवरी 2021

पश्चिम बंगाल में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और वाम दल मिलकर चुनाव लड़ने वाले हैं। दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत जारी है। हालांकि की दोनों पार्टियों के बीच कुछ सीटों पर पहले ही सहमति बन चुकी है। कुछ पर फैसला होना बाकी है। बची हुई सीटों के बंटवारे के लिए वाम दल और कांग्रेस के बीच रविवार को एक अहम बैठक होने वाली है।

वाम दल और कांग्रेस के बीच अब तक 193 सीटों पर बात हो चुकी है। अभी तक हुए समझौते के मुताबिक कांग्रेस 92 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, लेफ्ट पार्टियां 101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। बाकी 101 सीटों पर पार्टियों के बीच रविवार को अगले दौर की बातचीत में बंटवारा किया जाएगा। पश्चिम बंगाल में कुल 294 विधानसभा सीटें हैं। 2016 में वाम-कांग्रेस गठबंधन ने 77 सीटें जीती थीं, जिसमें से 44 पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी।

इससे पहले जनवरी में वाम मोर्चे के अध्यक्ष और सीपीआई-एम पोलित ब्यूरो के सदस्य बिमान बोस ने कहा था कि, पार्टियों के बीच गठबंधन ‘सांप्रदायिक बल बीजेपी और फासिस्ट टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) को हराने के लिए होना चाहिए। वामपंथी नेता ने कहा था, ‘गठबंधन निश्चित रूप से बंगाल में मौजूदा शासन को खत्म कर देगा। बता दें कि, जिन सीटों पर पार्टी के उम्मीदवार जीते हैं, वह सीटें उस पार्टी के पास ही रहेंगीं।

लेकिन इस बार चुनाव में भारतीय जनता पार्टी पूरे दमखम से जुटी हुई है। 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने राज्य में 18 सीटें जीती थीं। जिसके बाद पार्टी के हौसले बुलंद हैं। बीजेपी के सभी शीर्ष नेता लगातार बंगाल में रैलियां और रोड शो कर रहे हैं। वहीं हाल ही में बीजेपी ने टीएमसी में बड़ी सेंध लगाई है। बीजेपी ने टीएमसी के कई बड़े नेता को अपने पाले में कर लिया है। पिछले एक महीने में 1 दर्जन से अधिक टीएमसी विधायक और सांसद बीजेपी में शामिल हुए हैं।