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US Open 2023 :रोहन बोपन्ना की जोड़ी यूएस ओपन ख‍िताब से एक कदम दूर

यूएस ओपन 2023 से भारत के लिए अच्छी खबर आ रही है। दरअसल भारत के रोहन बोपन्ना और उनके पार्टनर आस्ट्रेलिया के मैथ्यू एबडेन की जोड़ी ने गुरुवार को यूएस ओपन के पुरूष युगल के खिताबी जंग में प्रवेश कर लिया।

इसके साथ रोहन बोपन्ना ने नया इतिहास रचते हुए 43 वर्ष 6 महीने की उम्र में फाइनल में प्रवेश किया है। रोहन और एबडेन ने फ्रांस के पियरे हुगुएस हर्बर्ट और निकोलस माहुत की जोड़ी पर सीधे सेटों में जीत दर्ज की।

इसके साथ ही बोपन्ना अपने कैरियर में दूसरी बार ग्रैंडस्लैम पुरूष युगल फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रही है। छठी वरीयता प्राप्त भारतीय-ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी इस साल विम्बलडन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंची थी।

भारत के रोहन बोपन्ना और उनके पार्टनर आस्ट्रेलिया के मैथ्यू एबडेन की जोड़ी ने सेमीफाइनल में फ्रांस की जोड़ी को 7-6 (7-3), 6-2 से पराजित किया। इससे पहले साल 2010 में रोहन बोपन्ना अपने पाकिस्तानी पार्टनर ऐसाम-उल-हक कुरैशी के साथ यूएस ओपन के फाइनल में पहुंचे थे।

जी20 को लेकर कितना हुआ खर्चा, जानें किसने दिया पैसा?

The Front Desk, G20 शिखर सम्मेलन को लेकर दिल्ली को दुल्हन की तरह सजा दिया गया। जी20 शिखर सम्मेलन के लिए राजधानी को सजाने पर करोड़ो रुपये खर्च किए गए। रिकॉर्ड के अनुसार, खर्चों को मोटे तौर पर लगभग 12 श्रेणियों के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया था।

सूत्रों के अनुसार, जी20 शिखर सम्मेलन के लिए राजधानी को सजाने पर 4,100 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए गए।जी20 की तैयारियों के सबसे महत्वपूर्ण घटकों में से सुरक्षा, सड़कों, फुटपाथों, स्ट्रीट साइनेज और प्रकाश व्यवस्था के रखरखाव के अलावा व्यय की सूची में सबसे प्रमुख वस्तुओं में से एक थी। 9  सरकारी एजेंसियों – NDMC और MCD जैसे नागरिक निकायों से – रक्षा मंत्रालय के तहत विभागों ने बागवानी सुधार से लेकर G20 ब्रांडिंग तक के काम पर लगभग 75 लाख रुपये से 3,500 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च किया।

इन एजेंसियों ने उठाया खर्चा

केंद्र और राज्य सरकारों के रिकॉर्ड के अनुसार, शिखर सम्मेलन का खर्च 4,000 करोड़ रुपये से अधिक पर है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय और सैन्य इंजीनियर सेवाओं जैसी केंद्रीय एजेंसियों के अलावा केंद्र सरकार के तहत राजधानी में काम करने वाली दिल्ली पुलिस, एनडीएमसी और डीडीए जैसी एजेंसियों ने 98% खर्च किया।

कहां से किसने कितना दिया पैसा? 

चूंकि अधिकांश संपत्ति निर्माण और रखरखाव एनडीएमसी और लुटियंस ज़ोन के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में किया गया था, इसलिए केंद्र सरकार के विभागों ने अधिकांश खर्च उठाए हैं। एक अधिकारी ने कहा, “अतिथि सूची को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था पर काफी खर्च हुआ है।” अधिकारी ने कहा, “आईटीपीओ द्वारा किया गया खर्च केवल शिखर सम्मेलन के लिए नहीं है, बल्कि इसका संबंध भारत मंडपम जैसी दीर्घकालिक संपत्तियों के निर्माण से है।”

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय

लगभग ₹3,600 करोड़ पर, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत आईटीपीओ ने बिल का 87% से अधिक भुगतान किया, इसके बाद दिल्ली पुलिस ने 340 करोड़ रुपये और एनडीएमसी ने 60 करोड़ रुपये दिए।

 

लोक निर्माण विभाग

दिल्ली के लोक निर्माण विभाग ने लगभग 45 करोड़ रुपये, केंद्रीय सड़क भूतल परिवहन मंत्रालय ने 26 करोड़ रुपये, दिल्ली विकास प्राधिकरण ने 18 करोड़ रुपये, दिल्ली के वन विभाग ने 16 करोड़ रुपये और एमसीडी ने 5 करोड़ रुपये खर्च किए।

बता दे कि अधिकारी ने यह भी कहा, “सार्वजनिक स्थानों का सौंदर्यीकरण, विशेष रूप से मूर्तियों और सड़क फर्नीचर की श्रेणी के अंतर्गत आने वाली अन्य संपत्तियों के माध्यम से, अगर कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी पहल के माध्यम से नहीं किया जाता, तो बहुत अधिक खर्च होता।”

जानें- उपचुनाव में किस पार्टी को मिली जीत

By Poll Elections, देश के 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में ज्यादातर सीटों के नतीजे सामने आ गए हैं। वहीं सबसे ज्यादा जिस सीट की चर्चा हो रही थी वो है  घोसी विधानसभा।

इस सीट पर साइकिल ने बड़ी रफ्तार के साथ बीजेपी को पीछे छोड़ दिया है। समाजवादी पार्टी ने बीजेपी उम्मीदवार दारा सिंह चौहान से 35 हजार वोटों से ज्यादा की निर्णायक बढ़त बना ली है।

इससे ये पता लगात है कि सपा की जीत वहां पर तय है। हालांकि अभी वोटो की गिनती जारी है। इसके आलावा धुपगुड़ी सीट, त्रिपुरा की धनपुर और बॉक्सनगर सीट, केरल में पुथुपल्ली सीट, यूपी की घोसी सीट, उत्तराखंड की बागेश्वर सीट और झारखंड की डुमरी सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान हुआ है।

किस सीट पर कौन जीता-

विधानसभा सीट आगे/जीते पीछे/हारे

  • घोसी (उत्तर प्रदेश) सुधाकर सिंह (सपा-जीते) दारा सिंह चौहान (बीजेपी-हारे)
  • धुपगुड़ी (पश्चिम बंगाल) निर्मलचंद राय (टीएमसी-जीते) तापसी रॉय (बीजेपी-हारे)
  • पुथुपल्ली (केरल) चांडी ओमान (यूडीएफ-जीते) जैक सी थॉमस (एलडीएफ-हारे)
  • डुमरी (झारखंड) बेबी देवी (झामुमो-जीते) यशोदा देवी (आजसू-हारे)
  • बागेश्वर (उत्तराखंड) पार्वती देवी (बीजेपी-जीते) बसंत कुमार (कांग्रेस-हारे)
  • बॉक्सानगर (त्रिपुरा) तफज्जल हुसैन (बीजेपी-जीते) मिजन हुसैन (सीपीएम मार्क्सवादी-हारे)
  • धनपुर (त्रिपुरा) बिंदू देबनाथ (बीजेपी-जीते) कौशिक चंदा (सीपीआई एम- हारे)

राहुल गांधी ने फिर कहा- भारतीय लोकतंत्र खतरे में, भारत नाम पर भी बोले

ब्रुसेल्स। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विदेशी धरती से एक बार फिर भारतीय लोकतंत्र को खतरे में बताया है। बेल्जियम दौरे पर गए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भाजपा और केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार आम लोगों की बातों पर ध्यान नहीं दे रही है और केवल अपने कुछ खास लोगों की बात सुनती है।

अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले

राहुल ने कहा कि भारत में लगातार माहौल बिगाड़ने का काम किया जा रहा है। देश में अल्पसंख्कों पर हमले हो रहे हैं और सरकार कुछ नहीं कर रही है। इसी के साथ राहुल ने कहा कि देश में मोदी सरकार अपने कुछ खास लोगों जैसे अदाणी के लिए काम कर रही है और उन्हें फायदा पहुंचा रही है।

देश का नाम ‘भारत’ रखने पर दी अपनी राय

बेल्जियम में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब कांग्रेस नेता से पूछा गया कि क्या वो देश का नाम भारत करने का समर्थन करेंगे, तो उन्होंने कहा कि ये केवल सरकार पर है कि वो क्या नाम देश का चाहती है। राहुल ने कहा कि सरकार ये सब लोगों का ध्यान मूल मुद्दों से भटकाने के लिए कर रही है।

रूस-यूक्रेन मुद्दे पर सरकार के साथ

राहुल गांधी ने रूस और यूक्रेन जंग पर सरकार के कदमों का समर्थन किया है। राहुल ने कहा कि पूरा विपक्ष भारत की वर्तमान स्थिति से सहमत है। उन्होंने कहा कि सरकार वर्तमान में जो कर रही है, हम उसके साथ हैं।

उपचुनाव: त्रिपुरा की दोनों सीटों पर भाजपा ने दर्ज की जीत, घोसी में सपा मजबूत

 

नई दिल्ली। देश के छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर पांच सितंबर को हुए उपचुनाव का परिणाम आज घोषित किया जाएगा। इसमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, केरल, बंगाल, और झारखंड की एक-एक सीट जबकि त्रिपुरा की दो सीट शामिल है। मतगणना सुबह आठ बजे से जारी है। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले इस उपचुनाव को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

त्रिपुरा की दोनों सीटों पर भाजपा ने दर्ज की जीत

ताजा जानकारी के अनुसार त्रिपुरा की दोनों सीटों धनपुर और बॉक्सानगर सीट भाजपा ने जीत ली है। धनपुर से भाजपा प्रत्याशी बिंदू देबनाथ ने 18 हजार 871 मतों से माकपा उम्मीदवार कौशिक चंद्र को हराया। देबनाथ को 30017 मत मिले, जबकि कौशिक को 11146 वोट से ही संतोष करना पड़ा।

वहीं, बॉक्सानगर सीट से भाजपा प्रत्याशी तफज्जल हुसैन ने 30 हजार 237 मतों से जीत दर्ज की है। उन्हें 34416 मत मिले, जबकि माकपा उम्मीदवार मिजान हुसैन को 3909 मत ही मिले।

डुमरी सीट से बेबी देवी आगे

झारखंड की डुमरी सीट से झामुमो प्रत्याशी बेबी देवी 670 मतों से आगे चल रही हैं। उन्हें 14661 मत मिले हैं। वहीं, आजसू उम्मीदवार यशोदा देवी को 13991 मत मिले हैं। नोटा का बटन 618 लोगों ने दबाया है।

घोसी सीट पर लगातार मजबूत हो रही सपा

मऊ की घोसी सीट से सपा उम्मीदवार सुधाकर सिंह 8557 मतों से आगे चल रहे हैं। उन्हें 22785 मत मिले हैं। वहीं, भाजपा उम्मीदवार दारा सिंह चौहान को 14228 वोट मिले हैं। नोटा का बटन 351 लोगों ने दबाया है।

बंगाल की धुपगुड़ी सीट से भाजपा उम्मीदवार आगे

बंगाल की धुपगुड़ी सीट से भाजपा उम्मीदवार तापसी राय 1571 मतों से आगे चल रही हैं। उन्हें 8899 मत मिले हैं। वहीं, टीएमसी उम्मीदवार निर्मल चंद्र राय को 7328 वोट मिले हैं। नोटा का बटन 221 लोगों ने दबाया है।

मोदी सरकार के मुरीद हैं पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, कई मुद्दों पर की जमकर तारीफ़

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह नरेंद्र मोदी सरकार पर फ़िदा हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद वैश्विक व्यवस्था में मची उथल-पुथल के बीच भारत की सधी चाल के भी पूर्व पीएम मुरीद हैं। एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने जी-20 शिखर सम्मेलन से लेकर चंद्र अभियान की सफलता तक, कई प्रमुख मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी।

मोदी सरकार ने तमाम दबावों के बावजूद भारत के हितों को ऊपर रखते हुए बिल्कुल सटीक रणनीति पर कदम बढ़ाया, उसकी पूर्व पीएम ने प्रशंसा की है। कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाली तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) की सरकार के मुखिया ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद भारत ने नई विश्व व्यवस्था को रास्ता दिखाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

2004 से 2014 के एक दशक तक भारत के प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह ने कहा कि वो भारत के भविष्य को लेकर काफी आशावादी हैं, चिंता बहुत कम है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि भारत का भविष्य सामाजिक सौहार्द की मजबूत नींव पर खड़ा होना चाहिए।

जी20 की अध्यक्षता मिलने पर जताई खुशी

मनमोहन सिंह ने भारत की अध्यक्षता में जी20 के शिखर सम्मेलन को लेकर दिल छू लेने वाली बात कही। उन्होंने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं कि भारत के जिम्मे जी20 की अध्यक्षता का मौका मेरे जीवनकाल में आया और मैं भारत को जी20 शिखर सम्मेलन के लिए आ रहे विश्व नेताओं की मेजबानी करते हुए देख रहा हूं।’

उन्होंने यह भी कहा कि विदेशी नीति का घरेलू राजनीति पर असर होता है, लेकिन यह संतुलित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कूटनीति और विदेश नीति का उपयोग दलगत या व्यक्तिगत राजनीति के लिए नहीं किया जाए।

भारत ने किसी का दबाव नहीं माना, बड़ी बात है

वैश्विक समुदाय में भारत की स्थिति है और मौजूदा एवं बदलती विश्व व्यवस्था में इसकी भूमिका के सवाल पर पूर्व पीएम ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था अब बहुत बदल चुकी है, खासकर रूस-यूक्रेन युद्ध और पश्चिमी देशों और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच। ऐसे में भारत को इस नई विश्व व्यवस्था को संचालित करने का बेहतरीन मौका हाथ लगा है।

उन्होंने कहा कि जब दो या दो से अधिक शक्तियां किसी संघर्ष में फंस जाती हैं, तो अन्य देशों पर पक्ष लेने का बहुत दबाव होता है। मेरा मानना है कि भारत ने सही काम किया है कि हमने अपनी संप्रभु और आर्थिक हितों को पहले रखा है और शांति की अपील भी की है।

उन्होंने कहा जी20 को कभी भी सुरक्षा से संबंधित संघर्षों को निपटाने के लिए मंच के रूप में नहीं देखा गया था। जी20 के लिए सुरक्षा मतभेदों को अलग रखना और नीतिगत समन्वय पर ध्यान केंद्रित करना महत्वपूर्ण है ताकि जलवायु, असमानता और वैश्विक व्यापार में विश्वास की चुनौतियों का सामना किया जा सके।

चीन से ठीक तरह से डील कर रहें पीएम मोदी

विदेशों से संबंध को लेकर पूछे गए एक सवाल पर पूर्व पीएम ने कहा कि वो पीएम मोदी को जटिल कूटनीतिक मामलों से निपटने को लेकर कोई सलाह देना उचित नहीं समझते हैं। उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के जी20 समिट में भाग लेने नई दिल्ली नहीं आने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।

उन्होंने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के साथ जारी तनाव पर कहा, ‘मुझे उम्मीद और विश्वास है कि प्रधानमंत्री भारत की क्षेत्रीय और संप्रभु अखंडता की रक्षा के लिए और द्विपक्षीय तनावों को कम करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।’

चंद्रयान की सफलता से खुशी का ठिकाना नहीं

चंद्रयान 3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सॉफ्ट लैंडिंग पर खुशी का इजहार करते हुए पूर्व पीएम ने इसरो की क्षमता का गुणगान किया। उन्होंने कहा, ‘यह बहुत गर्व की बात है कि भारत का वैज्ञानिक प्रतिष्ठान (इसरो) एक बार फिर दुनिया के सबसे अच्छों में एक की अपनी क्षमता साबित कर रहा है। पिछले सात दशकों में विज्ञान के प्रति समाज में रुचि पैदा करने और संस्थानों का निर्माण करने के हमारे प्रयासों से जबरदस्त लाभ हुआ है और हम सभी को गौरवान्वित किया है।

मुझे वास्तव में खुशी है कि 2008 में लॉन्च हुए चंद्रयान मिशन ने नए आयाम गढ़े हैं और वह चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला मिशन बन गया है। इसरो के सभी महिलाओं और पुरुषों को मेरी हार्दिक बधाई।’

आर्थिक महाशक्ति बनेगा भारत

जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह के मौके पर दावा किया कि भारत अगले पांच वर्षों में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा, पूर्व पीएम मनमोहन ने भी इसका समर्थन किया। उन्होंने यहां तक कहा कि भारत अगले दशकों में सर्विसेज के साथ-साथ मैन्युफैक्चरिंग और प्रॉडक्शन पर जोर देकर दुनिया की एक आर्थिक महाशक्ति बन सकता है।

उन्होंने कहा, ‘कुल मिलाकर, मैं भारत के भविष्य के बारे में चिंतित से अधिक आशावादी हूं। हालांकि, मेरी आशावाद भारत के एक सामंजस्यपूर्ण समाज होने पर निर्भर है, जो सभी प्रगति और विकास का आधार है। भारत की सहज वृत्ति विविधता के स्वागत और इसका जश्न मनाने की है जिसे संरक्षित किया जाना चाहिए।’

क्या महंगाई कम हो गई? जानिए हकीकत

 

The Front Desk, महंगाई की मार से जनता परेशान है। लेकिन राहत के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं. ऐसे में अगस्त में आम लोगों को महंगाई से कुछ राहत मिली है। वहीं जुलाई की तुलना में मामूली कमी आई है। लेकिन सालाना आधार पर अब भी काफी ज्यादा है। खासकर महंगे टमाटर ने भारत में वेजिटेरियन थाली को खासा महंगा कर दिया।

बता दे कि अगस्त में सालाना आधार (YoY) पर 24% महंगी हुई वेजिटेरियन थाली की कीमत बढ़ने का 21% कारण टमाटर की महंगाई को माना जा सकता है। क्रिसिल ने अपने फूड प्लेट कॉस्ट के मंथली इंडिकेटर ‘रोटी राइस रेट रिपोर्ट’ में यह जानकारी दी। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान ऐसा दूसरी बार देखने को मिल रहा है कि भारत में वेज थाली का दाम बढ़ा हो। थाली की कीमत में 24% का इजाफा करने में मुख्य वजह रहे टमाटर के दाम में 176 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

जुलाई में वेज थाली की कीमत 28 परसेंट  बढ़ी

इससे पहले जून की तुलना में जुलाई में वेज थाली की कीमत में 28 परसेंट की बढ़ोतरी हुई थी। जुलाई में लगातार तीसरे महीने वेज थाली की कीमत में तेजी आई थी। लेकिन सालाना आधार पर यह पहली बार बढ़ी थी। जुलाई में नॉन-वेज थाली की कीमत में भी 11 परसेंट तेजी आई थी।

जानें पिछले साल की अपेक्षा कितनी बढ़ोतरी

पिछले साल अगस्त में टमाटर का दाम 37 रुपये प्रति किलोग्राम था जो इस साल बढ़कर 102 रुपये पहुंच गया। क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार, प्याज की कीमत में 8%, मिर्च की कीमत में 20% और जीरे की कीमत में 158% की तेजी आई। वेजिटेबल ऑयल की कीमत में 17% और आलू की कीमत में 14% की गिरावट से महीने-दर-महीने आधार पर दोनों थालियों की कीमत में कुछ हद तक कम देखने को मिली है।

सितंबर में मिलेगी राहत

क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर में थाली की लागत में कुछ कमी देखी जा सकती है। क्योंकि, टमाटर की रिटेल प्राइस महीने-दर-महीने आधार पर आधी होकर 51 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है। इसके अलावा 14.2 किलोग्राम वाले LPG सिलेंडर की कीमत सितंबर में घटकर 903 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई है, जो अगस्त में 1,103 रुपये थी। इससे कंज्यूमर्स को कुछ हद तक राहत मिली है। सरकार ने हाल में एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 200 रुपये की कटौती की है।

जानें नॉन वेजिटेरियन थाली में कितनी बढ़ोतरी

वहीं नॉन वेजिटेरियन थाली की कीमत अगस्त में सालाना आधार (YoY) पर 13% बढ़ी है। हालांकि, नॉन-वेज थाली की कीमत सालाना आधार पर धीमी गति से बढ़ी है। क्योंकि, ब्रॉयलर यानी चिकन की कीमत सालभर में 1 से 3% ही बढ़ी है। नॉन-वेज थाली की टोटल कॉस्ट में ब्रॉयलर की हिस्सेदारी 50% की होती है। सब्जियों और अनाज की कीमत में तेजी के कारण जुलाई में खुदरा महंगाई 7.4 परसेंट पर पहुंच गई थी जो जून में 4.9 परसेंट थी। बार-बार बढ़ती महंगाई पर आरबीआई ने भी चिंता जताई है। जुलाई की तुलना में अगस्त में वेज थाली कुछ सस्ती हुई है।

G-20 के दौरान 15 द्विपक्षीय बैठक करेंगे पीएम मोदी, जो बाइडेन और इमैनुएल मैक्रॉन हैं लिस्ट में शामिल

नई दिल्‍ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र नरेंद्र मोदी जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान 15 द्विपक्षीय बैठकें कर सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक, जिन लोगों के साथ पीएम मोदी आमने-सामने चर्चा करेंगे, उनमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैनुएल मैक्रों शामिल हैं. दो दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन शनिवार से नई दिल्ली में शुरू होगा और इसमें वैश्विक मुद्दों पर कई चर्चाएं होंगी. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन दिल्‍ली के लिए रवाना हो गए हैं. वह आज शाम को नई दिल्ली पहुंचेंगे. शिखर सम्मेलन में प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं वाले समूह जी20 के नेता भाग लेंगे और जलवायु परिवर्तन और गरीबी जैसी दुनिया की कुछ सबसे गंभीर समस्याओं पर चर्चा करेंगे. इस दौरान यूक्रेन और रूस युद्ध पर भी चर्चा संभव है.

पीएम मोदी की इन राष्‍ट्राध्‍यक्षों से द्विपक्षीय बैठक

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को अपने आधिकारिक आवास पर अमेरिकी राष्ट्रपति और बांग्लादेशी प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. वह मॉरीशस के नेता के साथ भी बैठक करेंगे. प्रधानमंत्री शनिवार को जी-20 कार्यक्रमों में भाग लेने के अलावा ब्रिटेन, जापान, जर्मनी और इटली के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे. सूत्रों ने बताया कि मोदी रविवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ दोपहर के भोजन पर बैठक करेंगे. प्रधानमंत्री अपने कनाडाई समकक्ष के साथ भी बैठक करेंगे. उन्होंने बताया कि वह कोमोरोस, तुर्किए, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण कोरिया, यूरोपीय संघ, ब्राजील और नाइजीरिया के नेताओं के साथ भी द्विपक्षीय बैठकें करेंगे.

राष्‍ट्रपति बाइडेन से इन मुद्दों पर बातचीत संभव

अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में भारत की पहली यात्रा पर बाइडेन जी20 सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ का स्वागत करेंगे. यह भारत की पहल है जिसका दुनियाभर के नेताओं ने समर्थन किया है. उनकी शुक्रवार को ही प्रधानमंत्री मोदी से द्विपक्षीय बैठक होगी. बैठक में दोनों नेता प्रधानमंत्री मोदी की जून में वाशिंगटन की आधिकारिक यात्रा के दौरान लिए गए फैसलों पर प्रगति की समीक्षा कर सकते हैं. बैठक के दौरान जिन प्रमुख मुद्दों पर बातचीत हो सकती है उसमें यूक्रेन, अहम एवं उभरती प्रौद्योगिकियां और कुछ रक्षा सौदे शामिल हैं. अगले दिन राष्ट्रपति बाइडन प्रधानमंत्री मोदी के साथ एक आधिकारिक कार्यक्रम में भाग लेंगे. इसके बाद वह जी20 नेताओं के साथ कई बैठकों में हिस्सा लेंगे.

पीएम मोदी समेत कई देशों के नेताओं संग बैठक करेंगे इमैनुएल मैक्रों

जी20 शिखर सम्मेलन के समापन पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों रविवार को यहां दोपहर भोज पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर सकते हैं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. भारत मंडपम में आयोजित होने वाले जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए मैक्रों के यहां शनिवार को आने का कार्यक्रम है. वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. दो दिवसीय भारत यात्रा के दौरान मैक्रों का ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ द्विपक्षीय बैठक करने का कार्यक्रम है.

उप्र: विधानमंडल का विशेष सत्र बुलाएगी योगी सरकार, मिशन दस खरब डॉलर अर्थव्यवस्था की तैयारी शुरू

लखनऊ। यूपी की अर्थव्यवस्था को दस खरब डॉलर की करने के लिए एक विशेष विधानमंडल सत्र का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। उत्तर प्रदेश को दस खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के लिए विधानमंडल का विशेष सत्र बुलाया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के तहत विधानसभा सचिवालय ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।

मुख्यमंत्री ने मानसून सत्र में ही दस खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के लिए विशेष सत्र बुलाने की घोषणा की थी। इसका विपक्षी दलों ने समर्थन भी किया था। 36 से 48 घंटे तक चलने वाले आगामी सत्र में सत्ता व विपक्ष के सदस्य अर्थव्यवस्था को पांच वर्षों में दस खरब डॉलर ले जाने पर अपने सुझाव देंगे।

सरकार के मंत्री अपने विभाग के स्तर से इस दिशा में चल रही कवायद की जानकारी देंगे। संसदीय कार्य विभाग के सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद विशेष सत्र की तिथि घोषित कर दी जाएगी। इस सत्र में आर्थिक जगत से जुड़ी हस्तियों का संबोधन भी हो सकता है।

विधानसभा की एप बनेगी

विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बताया कि विधानसभा की एप बनाई जाएगी। इसपर विधानसभा से जुड़ी तमाम जानकारियों के साथ सत्र के संचालन के दौरान एप पर लाइव प्रसारण भी होगा।

डेलॉयट तैयार कर रही रिपोर्ट

दस खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था की कार्ययोजना तैयार करने के लिए विश्व की जानीमानी एजेंसी डेलॉयट को काम सौंपा गया है। फर्म के प्रतिनिधि प्रदेश में उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों, कृषि पैदावार, राष्ट्रीय व विदेशी निवेश, औद्योगिक विकास, निजी और सरकारी क्षेत्र में बढ़ रहे रोजगार के अवसर सहित तमाम पहलुओं को ध्यान में रखकर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं।

ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 21 रन से हराया, वनडे सीरीज 2-1 से अपने नाम की

India vs Australia 3rd ODI 2023 Highlights: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज का तीसरा मुकाबला ऑस्ट्रेलिया ने 21 रन से जीत लिया है। इसके साथ ही कंगारू टीम ने सीरीज भी 2-1 से अपने नाम की। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 270 रन का लक्ष्य रखा। इसके जवाब में टीम इंडिया 248 रन पर सिमट गई और मुकाबला गंवा दिया।

ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 21 रन से हराया

ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे वनडे में भारत को 21 रन से हरा दिया है। इसके साथ ही तीन मैच की सीरीज 2-1 से अपने नाम की है। भारतीय टीम चार साल बाद अपने घर में कोई वनडे सीरीज हारी है। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 269 रन बनाए थे। इसके जवाब में भारत ने अच्छी शुरुआत की थी और विराट कोहली के अर्धशतक के चलते मैच जीतने के करीब पहुंचा था, लेकिन अंत में भारत ने लगातार विकेट गंवाए और पूरी टीम 248 रन पर सिमट गई।

इस सीरीज का पहला मैच भारत ने मुंबई में पांच विकेट से जीता था। उसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने विशाखापट्टनम में दूसरा वनडे 10 विकेट से अपने नाम किया था और अब तीसरा मैच भी जीतकर सीरीज भी जीत ली